नई दिल्ली।मोदी सरकार ने प्याज की जमाखोरी रोकने और इसकी कीमत को नियंत्रित करने के लिए तुरंत प्रभाव से भंडारण सीमा निर्धारित कर दी है।
थोक-फुटकर विक्रेताओं के लिए सीमा निर्धारित
उपभोक्ता मामलों की सचिव लीमा नंदन ने शुक्रवार को कहा कि प्याज के थोक विक्रेताओं के लिए भंडारण सीमा 25 टन और खुदरा विक्रेताओं के लिए यह सीमा दो टन निर्धारित की गयी है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ माह से प्याज की कीमतें बढ रही थीं। भंडारण सीमा निर्धारित किये जाने से प्याज की जमाखोरी करने वाले के साथ आवश्यक कार्रवाई की जा सकेगी
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बता दें कि कुछ स्थानों पर प्याज का खुदरा मूल्य करीब 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि प्याज के मूल्य को नियंत्रित करने के लिए इसका निर्यात रोक दिया गया और इसका आयात करने का निर्णय लिया गया है।
बफर स्टॉक से राज्यों को आपूर्ति
इसके साथ ही प्याज के एक लाख टन के बफर स्टॉक से राज्यों को उनकी मांग के हिसाब से इसकी आपूर्ति की जा रही है। राज्यों को 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज दिया जा रहा है। बफर स्टॉक में अब भी करीब 25 हजार टन प्याज बचा है। केरल और असम को बफर स्टाक से प्याज की आपूर्ति की गयी है। इसके अलावा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना ने भी प्याज की मांग की है।
प्याज की फसल को नुकसान
उन्होंने बताया कि इस बार भारी बरसात से कुछ स्थानों में प्याज की खरीफ फसल को नुकसान हुआ है जबकि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में प्याज की पैदावार में कमी आयी है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 43 लाख टन प्याज उत्पादन का अनुमान था जो घटकर 37 लाख टन हो गया है ।
ऐसे में राज्य सरकार ने इस महीने नेफेड (राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ) से लगभग 100 टन प्याज खरीदने का फैसला किया। राज्य के कृषि मंत्री वी एस सुनील कुमार ने कहा कि प्याज की पहली खेप शुक्रवार सुबह तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम और कोझिकोड पहुंच गई। इस प्याज को केरल बागवानी उत्पाद विकास निगम (हॉर्टकॉर्प) के जरिए उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाएगा। अनुमान जताया जा रहा है कि हॉर्टकॉर्प अपने आउटलेट के जरिए 45 रुपये से 50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेचेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार ने अधिकारियों को प्याज की उपलब्धता और भाव पर नजर रखने का दिया निर्देश
छत्तीसगढ़ में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार ने जिलाधिकारियों को प्याज की उपलब्धता और बाजार भाव पर नजर रखने का निर्देश दिया है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिले में प्याज की उपलब्धता एवं खुदरा बाजार मूल्य की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारियों को जारी निर्देश में कहा गया है कि राज्य स्तरीय मूल्य निगरानी प्रभाग द्वारा आवश्यक वस्तुओं के बाजार भाव के विश्लेषण से स्पष्ट हुआ है कि गत एक माह से प्याज के खुदरा बाजार मूल्य में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है, ऐसे में सभी जिलाधिकारी जिले में प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करें और खुदरा बाजार मूल्य पर नजर रखें।
निर्देशों में कहा गया है कि प्याज के थोक और खुदरा व्यापारियों की तत्काल बैठक कर जिले में आवश्यकतानुसार प्याज की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और जिला स्तर पर प्याज की दैनिक आवक और खपत की नियमित समीक्षा की जाए। जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अन्य राज्यों से प्याज के आयात, ढुलाई और भंडारण संबंधी यदि कोई समस्या हो तो, इसका तत्काल निराकरण किया जाए। छत्तीसगढ़ में प्याज की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। राज्य में एक माह पहले प्याज की कीमत 35 से 40 रूपए प्रति किलोग्राम थी, जो अब बढ़कर 80 रूपए प्रति किलोग्राम हो गई है।
ओडिशा सरकार ने अधिकारियों से प्याज के दाम बढ़ने को लेकर सतर्कता बरतने को कहा
ओडिशा सरकार ने राज्य में प्याज की कीमत बढ़ने के मद्देनजर जिला अधिकारियों से कहा है कि वे स्थिति पर निकटता से नजर रखें और बाजार में प्याज की उचित दाम पर उपलब्धता सुनिश्चित करें। राज्य में प्याज की कीमत 80 रुपए प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई है। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग ने प्याज की बढ़ती कीमत पर चिंता व्यक्त करते हुए बृहस्पतिवार को जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा कि आपसे बाजार में प्याज की उपलब्धता एवं कीमत पर निकटता से नजर रखने का अनुरोध किया जाता है।