प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के प्रस्ताव को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस समिट के माध्यम से प्रदेश में तकरीबन 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने समिट से पहले यह तय किया है कि लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
सीएम धामी – निवेश के लिए अनुकूल है माहौल
सीएम धामी ने बताया कि राज्य में निवेश के लिए एक अनुकूल माहौल मौजूद है और सरकार निवेशकों को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने आगामी समिट में रोजगार और विकास के लिए योजनाओं पर चर्चा की और निवेशकों की सलाह को महत्वपूर्ण बताया। सीएम धामी ने आगे बताया कि स्थानीय उद्योगों के विकास के लिए तमाम अनुमतियों के समय सीमा की बढ़ोतरी की जाएगी ताकि निवेशकों को आसानी से कार्रवाई करने का मौका मिल सके।
इन क्षेत्रों में होगा निवेश
आपको बता दे, समिट में उपस्थित निवेशकों ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए विचार प्रकट किये, जैसे कि जड़ी-बूटी की खेती, उद्योगों का सर्वे, और राज्य में निवेश की योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए रिसर्च सेंटर की स्थापना आदि। सीएम धामी ने इन सुझावों को सुनकर आगामी समिट के आयोजन में उन्हें शामिल करने का आश्वासन दिया।
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम जल्द होगा शुरू
इसके साथ ही, सीएम धामी ने बताया कि अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम जल्द ही शुरू होने वाला है और यह कॉरिडोर उद्योगों के लिए सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने निवेशकों को लैंडबैंक बनाने का सुझाव भी दिया ताकि निवेशकों को सही जगह पर निवेश करने का मौका मिल सके।
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बता दे, इस समिट के माध्यम से, प्रदेश सरकार ने निवेशकों की सलाह को महत्वपूर्ण माना और रोजगार और विकास के क्षेत्र में नए मानव संसाधन के लिए योजनाएं बनाने का आश्वासन दिया। इससे प्रदेश में निवेश की गति में वृद्धि हो सकेगी और स्थानीय उद्योगों को नई संभावनाओं का मौका मिलेगा।
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