केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एसोचैम के कार्यक्रम को संबोधित किया है। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि जी20 का मौका दुनिया के कई देशों को मिला और भारत को भी मिला। उन्होंने कहा कि अब तक जी20 जहां-जहां हुए सभी देशों ने 4 से ज्यादा स्थानों पर जी20 की बैठक नहीं की। उन्होंने कहा कि भारत ने 59 स्थानों पर G20 बैठक कीं और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में बैठक करके एक चेतना जागृत की। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हमारे सामने दो लक्ष्य रखे हैं- 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित देश बनाने का और 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का मुकाम हासिल करने का। मेरा मानना है कि इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पीएम मोदी ने पिछले 9 साल में कई कार्य किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में 8,840 करोड़ डिजिटल लेनदेन में से 52 प्रतिशत लेनदेन यूपीआई के जरिए किया गया। यह लेनदेन 1.26 लाख करोड़ रुपये का था। उन्होंने यह भी कहा कि देश में 2014 में 6.1 करोड़ ब्रॉडबैंड कनेक्शन थे, सितंबर 2022 में ये बढ़कर 82 करोड़ हो गए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुझे भरोसा है कि मोदी सरकार ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र और 2025 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मजबूत नींव रखी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया में पहली बार जीडीपी के निराशाजनक आंकड़ों को सामाजिक योजनाओं के जरिए मानवीय चेहरा दिया।
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अमित शाह ने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे में 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है जिससे लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत का विकास तभी हो सकता है जब पूरा भारत इसके लिए प्रयास करे। जब तक कोई एक नेता या कोई प्रधानमंत्री सबको साथ लेकर टीम भारत की कल्पना को चरितार्थ नहीं कर सकता है, ये नतीजे जो 9 साल में आए हैं ये नहीं आ सकते हैं और इन नतीजों का मूल कारण है कि PM मोदी ने राजनीतिक विचारधारा के बावजूद समग्र देश को साथ में रखकर आगे बढ़ने का निर्णय किया।