विपक्ष के 9 नेताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को एक संयुक्त लेटर लिखा है. उन्होंने ईडी (ED) और सीबीआई (CBI) जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग करने की निंदा की है. विपक्षी नेताओं ने पत्र के जरिये आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, जोकि गलत है. उन्होंने पत्र में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा पर निशाना साधा है.
विपक्षी नेताओं ने पत्र में सीएम हेमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ भी लिखा है. उनका आरोप है कि बीजेपी में जो विपक्षी नेता शामिल हो जाते हैं, उसके खिलाफ धीमी गति से जांच होती है. साथ ही उन्होंने दावा किया है कि चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकारों के कार्यों में राज्यपाल दफ्तर दखल दे रहा है. केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच बढ़ती दरारों का मुख्य कारण गर्वनर बन रहे हैं.
AITC प्रमुख ममता बनर्जी, NCP प्रमुख शरद पवार, BRS प्रमुख चंद्रशेखर राव, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्लाह और उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की खराब होती छवि पर चिंता जताई है. वहीं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने भी केंद्र सरकार की जांच एजेंसियों द्वारा विपक्षी नेताओं के खिलाफ छापेमारी करने का पुरजोर विरोध जताया है.
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इन नेताओं ने लिखी चिट्ठी
बंगाल की सीएम और TMC प्रमुख ममता बनर्जी
दिल्ली के सीएम और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल
पंजाब के सीएम और AAP के वरिष्ठ नेता भगवंत मान
बिहार के उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार
सपा के प्रमुख अखिलेश यादव
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला
तेलंगाना के सीएम और BRS चीफ के चंद्रशेखर राव