वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में अपनी समापन टिप्पणी साझा करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके स्टेटमेंट के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं और आपका अवलोकन वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिटके अगले 8वें सत्र का मार्गदर्शन करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि 20वीं शताब्दी में विकसित देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के चालक थे और इनमें से अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं आज धीमी हो रही हैं। 21वीं सदी में वैश्विक विकास वैश्विक दक्षिण के देशों से होगा और अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम वैश्विक एजेंडा तय कर सकते हैं। पीएम मोदी ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया और इसके सदस्य देशों को भाई कहकर संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि आपके शब्द से ये स्पष्ट होता है कि विकासशील देशों के लिए मानव-केंद्रित विकास एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। आज के हस्तक्षेपों ने उन आम चुनौतियों को भी सामने लाया जो हमारे दिमाग में सबसे ऊपर हैं। द वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ को अपना स्वर सेट करने की जरूरत है। साथ मिलकर हमें सिस्टम और परिस्थितियों पर निर्भरता के चक्र से बचने की जरूरत है जो हमारे बनाए नहीं हैं।
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पीएम मोदी ने कहा कि 20वीं शताब्दी में विकसित देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के चालक थे और इनमें से अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं आज धीमी हो रही हैं। 21वीं सदी में वैश्विक विकास वैश्विक दक्षिण के देशों से होगा और अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम वैश्विक एजेंडा तय कर सकते हैं। विकासशील देशों के लिए मानव-केंद्रित विकास एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। आज के हस्तक्षेपों ने उन आम चुनौतियों को भी सामने लाया जो हमारे दिमाग में सबसे ऊपर हैं।