जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राहुल गांधी की तरह मैं व्यक्तिगत हमले नहीं करता हूं। एक इंटरव्यू के दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा मैं 7 साल तक संसद में नरेंद्र मोदी के सामने बैठकर उनकी नीतियों की आलोचना करता रहा, मैं राहुल गांधी की तरह किसी को गालियां नहीं देता हूं, नीतियों की आलोचना करता हूं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद के इंटरव्यू के एक क्लिप को शेयर करते हुए लिखा कि मौसम में बदलाव है। जयराम ने लिखा, क्लाइमेट चेंज हो गया है और अब ये जनाब भाजपा के वफादार सिपाही बन गए हैं।
गुलाम नबी आजाद ने अपने इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी ने मुझे भाजपा से जोड़ना शुरू कर दिया। जब जी 23 का गठन हुआ उसके बाद से ही राहुल गांधी ने मुझे भाजाप के साथ जोड़ना शुरू कर दिया। जब हमने पूर्णकालिक अध्यक्ष के लिए पत्र लिखा, तो वो लोग नाराज हो गए और झूठ फैलाने लगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर यह पत्र लिखा गया है। इस झूठ की शुरुआत कांग्रेस वर्किंग कमेटी और नेताओं ने की। आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री पागल नहीं हैं जो हमसे कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पत्र लिखने के लिए कहेंगे।
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कोई भी गुलाम नबी आजाद को आदेश नहीं दे सकता है। मेरे खिलाफ कोई भी केस नहीं है, ना ही एक भी एफआईआर। मेरे पास कोई पैसा नहीं है, मुझे क्यों डरना चाहिए। गुलाम नबी आजाद कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। रविवार को एक रैली के दौरान कहा कि अगले 10 दिनों में हम राजनीतिक दल का गठन करेंगे। मैं जानता हूं कि क्या हो सकता है और क्या नहीं हो सकता है। मैं या कांग्रेस पार्टी या तीन क्षेत्रीय दल आपको आर्टिकल 370 वापस नहीं दिला सकते हैं। कुछ लोग यह कह रहे हैं, मैं इसपर बात नहीं करता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि गुलाम नबी आजाद लोगों को चुनावी फायदे के लिए बेवकूफ नहीं बनाता है।