बिहार में राजनीतिक बवाल जारी है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि नीतीश कुमार से अलग होने के बाद भाजपा की राह क्या होगी? नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन से बाहर हो चुके हैं। नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। वह आज आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगा रही है। नीतीश कुमार पर जनादेश से खिलवाड़ करने का आरोप लगा रही है। भाजपा नेताओं का प्रदर्शन भी लगातार जारी है। इन सब के बीच कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे भाजपा सांसद सुशील मोदी का भी बयान आ गया है। सुशील मोदी ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा है कि नीतीश कुमार को राजद में वह सम्मान नहीं मिलेगा जो कि भाजपा में रहते हुए उन्हें मिला था। जदयू के पास सीटें कम थी बावजूद इसके हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने कभी भी जदयू को तोड़ने की कोशिश नहीं की। राज्यसभा सांसद ने कहा कि हमने तो उन्हीं को तोड़ा जिन्होंने हमें धोखा दिया है। महाराष्ट्र में शिवसेना ने हमें धोखा दिया और उन्हें परिणाम भुगतने पड़े। सुशील मोदी की इन बातों से ऐसा लग रहा है कि आने वाले दिनों में जदयू के लिए संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। आपको बता दें कि जदयू की ओर से बार-बार यह दावा किया जा रहा है कि भाजपा उनके पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे। सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि 30 मई,19 को नई सरकार के गठन के समय शिव सेना,JDU के 1-1 मंत्री बनाने का निर्णय हुआ। तब नीतीशजी ने कहा हमारी पार्टी में नाम पर एकमतता नहीं है। अभी छोड़ दीजिए। 7 जुलाई,21 को जब विस्तार हुआ तो उन्होंने एक नाम RCP का दिया। अब कह रहे हैं भाजपा ने अपने मन से बना दिया।
सुशील मोदी ने साफ तौर पर कहा है कि यह सरासर सफ़ेद झूठ है कि भाजपा ने बिना नीतीशजी की सहमति के आरसीपी को मंत्री बनाया था। यह भी झूठ है की भाजपा JDU को तोड़ना चाहती थी। तोड़ने का बहाना खोज रहे थे। भाजपा 2024 में प्रचंड बहुमत से आएगी। भाजपा द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ प्रदर्शन में शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि नीतीश जी के साथी अच्छे नहीं हैं।…’अच्छा सिला दिया हम लोगों के प्यार का’ ये तो बड़ी गलत बात है। जब भी मिले कभी आभास नहीं हुआ कि वे छोड़ कर जाएंगे। लोकसभा के चुनाव में 40 सीट भाजपा जीतेगी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हम नीति और नियत के साथ चलते हैं, इनके मन में महत्वाकांक्षा सिर पर नाचने लगी। कुछ बहाना तो चाहिए…अगर हमें खत्म करना होता तो 43(JDU विधानसभा सीटें) और 74(भाजपा विधानसभा सीटें) की कोई तुलना थी क्या?