एक साल पहले मोदी मंत्रिमंडल से हटाए गए बाबुल सुप्रियो अब ममता कैबिनेट का हिस्सा बन गए हैं। ममता मंत्रिमंडल के बुधवार को हुए विस्तार में उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। गौरतलब है कि गायक से राजनेता बने बाबुल सुप्रियो ने 2014 में भाजपा से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 2014 में भाजपा के टिकट आसनसोल से पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ही उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में जगह दी गई।
इसके बाद 2019 में दूसरी बार आसनसोल से चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार- 2 में भी बाबुल को मंत्री बनाया गया। हालांकि पिछले साल हुए मंत्रिमंडल के विस्तार में बाबुल को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। इसके कुछ महीने बाद उन्होंने पिछले साल ही भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। तृणमूल में शामिल होने के बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इस साल की शुरुआत में कोलकाता की बालीगंज सीट पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वे विधायक चुने गए। अब उन्हें मंत्री बनाया गया है।
कैबिनेट मंत्रियों की प्रोफाइल
2. उदयन गुहा : बीएसएफ के खिलाफ कई बार दे चुके हैं विवादित बयान –
उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा से विधायक उदयन गुहा ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। कई बार से विधायक गुहा पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। गुहा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के खिलाफ कई बार विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहे हैं। पिछले साल नवंबर में उन्होंने विधानसभा में चर्चा के दौरान बीएसएफ पर आरोप लगाया था कि सीमावर्ती क्षेत्र में तलाशी के नाम पर बीएसएफ के जवान महिलाओं को गलत तरीके से छूते हैं। यहीं नहीं, उन्होंने बीएसएफ के जवानों की देशभक्ति पर भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि वे (बीएसएफ) चाहे जितनी बार भारत माता की जय के नारे लगा लें, वे देशभक्त नहीं हो सकते। उदयन गुहा के इस बयान पर मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे क्षेत्र से आने वाले गुहा बीएसएफ पर इसके अलावा भी कई मौके पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं। बता दें कि बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा मामले में भी गुहा के शामिल होने का भाजपा आरोप लगाती रही है।
3. प्रदीप मजूमदार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कृषि सलाहकार रहे प्रदीप मजूमदार ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। मजूमदार कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञ माने जाते हैं। माना जा रहा है कि उन्हें पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
4. पार्थ भौमिक : उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी से विधायक पार्थ भौमिक पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। वे उत्तर 24 परगना युवा तृणमूल के अध्यक्ष भी थे।
5. स्नेहाशीष चक्रवर्ती : हुगली जिले की जंगीपाड़ा सीट से पिछले तीन बार से लगातार जीतते आ रहे विधायक स्नेहाशीष चक्रवर्ती पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है।