विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने उप राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन कर दिया है। विपक्ष के उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और अन्य विपक्षी नेताओं की उपस्थिति में संसद में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
18 जुलाई को एनडीए उम्मीदवार ने किया था नामांकन
इससे पहले NDA की तरफ से पश्चिम बंगाल के वर्तमान राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नामंकन किया था। बता दें कि 6 अगस्त को चुनाव होना है। इस मुकाबले को भी अहम माना जा रहा है। अगर संख्या बल की बात करें तो आंकड़े एनडीए के पक्ष में नजर आ रहे हैं। हालांकि विपक्ष का दावा है कि वो इस मुकाबले को शिद्दत से लड़ रहे हैं और निश्चित तौर पर जीत हासिल करेंगे। यह बात अलग है कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जिस तरह से क्रॉस वोटिंग हुई है वो विपक्षी दावों की पोल खोल रहा है।
अग्निवीर योजना के खिलाफ दायर सभी याचिकाएं दिल्ली हाई कोर्ट ट्रांसफर, जानिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश
17 जुलाई को मार्गरेट अल्वा का नाम आया सामने
इससे पहले 17 जुलाई को विपक्ष ने ऐलान किया था कि भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष दलों की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा होंगी।एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि सर्वसम्मति से लिए गए इस निर्णय में 17 दल शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के समर्थन से वह कुल 19 पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार होंगी। शरद पवार ने कहा कि हम ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछली बार उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए हमारे संयुक्त उम्मीदवार का समर्थन किया था। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि इस चुनाव में हम सब साथ हैं। अल्वा कांग्रेस की सीनियर नेता हैं। राजस्थान की राज्यपाल रह चुकी हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव 6 अगस्त को होगा। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है।