महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के सम्मान को देखते हुए डिप्टी सीएम का पद लिया है। उनको सत्ता परिवर्तन से जुड़ी घटना की पल-पल की जानकारी पहले से ही दी जा रही थी।
दरअसल कई लोगों का यह कहना था कि पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र में चल रहे घटनाक्रम की शुरूआत से जानकारी नहीं दी गयी थी। सारा मामला केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया। पर अब जो बात सामने आ रही है उससे ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा। सूत्रों का कहना है कि सारे घटनाक्रम की जानकारी पहले ही दिन से ना केवल देवेंद्र फडणवीस को थी बल्कि उनको हर दिन लूप में लिया जा रहा था। सूत्रों का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस को राज्य में हो रहे सारे घटनाक्रम की जानकारी थी। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान का सम्मान करने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार किया। सत्ता परिवर्तन के समय तक यह तय नहीं था कि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बनेंगे। पर केंद्रीय नेतृत्त्व ने जब ये तय किया तो देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के सम्मान में इस पद को स्वीकार कर लिया।
इस बीच केंद्रीय नेतृत्व ने भी ये साफ कर दिया है कि देवेंद्र फडणवीस के तेज राजनीतिक कौशल के बिना महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन संभव नहीं था। सूत्रों का ये भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कम से कम दो बार फोन कर देवेंद्र फडणवीस को समझाया और डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने के लिए राजी किया।
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साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्विटर पर फडणवीस से अपील की थी। पार्टी के एक शीर्ष नेता ने एएनआई को बताया कि फडणवीस को पहले से इस संबंध में किसी तरह का निर्देश नहीं दिया गया था।