महाराष्ट्र की सियासत हर पल करवट बदल रही है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे की रणनीति के सामने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कमजोर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है और विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार हैं।
इसी बीच एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी स्थित रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायकों की बैठक बुलाई है। इसी बीच शिवसेना सांसद एवं नेता संजय राउत का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने कार्यकारिणी बैठक से जुड़ी जानकारी साझा की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमारी आज की कार्यकारिणी की बैठक बहुत महत्वपूर्ण है। इस बैठक में कई निर्णय होंगे। ये पार्टी राज्य और देश में बहुत बड़ी पार्टी है। इस पार्टी को बनाने में बालासाहेब जी, उद्धव जी और सभी कार्यकर्ताओं ने खून-पसीना बहाया है।
उन्होंने कहा कि इस पार्टी पर कोई आसानी से डाका नहीं डाल सकता है। केवल पैसे के दम पर कोई पार्टी नहीं खरीद सकता है। अभी जो संकट है उसे हम संकट नहीं मानते बल्कि ये हमारे लिए पार्टी विस्तार का बहुत बड़ा मौका है।
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संजय राउत ने कहा कि हमें यकीन है कि एक बार (बागी) विधायक मुंबई वापस आ जाएंगे, वे फिर से हमारे पक्ष में लौट आएंगे। मैं देवेंद्र फडणवीस को सलाह दूंगा कि इस मामले में शामिल न हों और जो कुछ भी उनकी गरिमा के लिए बचा है, उसे बचाएं। हम चुनाव में एक-दूसरे को देखेंगे। उन्होंने कहा कि कल रात को शरद पवार की मौजूदगी में हुई बैठक में हमने 10 बागी विधायकों से संपर्क किया।
शिवसेना से दूर होंगे बागी विधायक !
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि कल हमने विधानसभा उपाध्यक्ष से 16 लोगों को अपात्र करने की विनती की थी। आज हमने उनसे फिर से बात की और कार्यवाही शुरू करने को कहा। कल-परसों में उन सदस्यों को अपात्र करने की नोटिस जाएगी। उन्होंने कहा कि कानून कहता है कि जब 2/3 सदस्य किसी राजनीतिक दल को छोड़ देते हैं तो उन्हें दूसरी पार्टी में विलय करना पड़ता है। अब वे भगवा और शिवसेना से दूर जाएंगे..जो कहते थे कि हम ही शिवसेना हैं तो अब वे स्थायी रूप से शिवसेना से दूर होने वाले हैं।