राष्ट्रपति चुनाव की एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने आज अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। नामांकन के दौरान उनके साथ पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई अन्य बड़े नेता मौजूद थे। नामांकन के बाद द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बात की। द्रौपदी मुर्मू ने इन सभी विपक्षी नेताओं से बातचीत कर अपने पक्ष में समर्थन मांगा।

एक समाचार एजेंसी ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन के बाद विपक्षी दलों के नेताओं से बातचीत कर समर्थन की मांग की। हालांकि इन नेताओं ने उन्हें क्या कुछ कहा इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। बता दें कि कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, नेशनल क्रॉफ्रेंस सहित कई अन्य विपक्षी दलों ने मिलकर राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से एक साझा उम्मीदवार उतारा है। विपक्षी दलों ने अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री रहे और बीते कुछ सालों पूर्व टीएमसी में शामिल हुए यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
29 जून तक होना है नामांकन, द्रौपदी अब मांग रहीं समर्थन-
राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन 29 जून तक होना है। आज द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन दाखिल किया, जिसके बाद अब वो देश के अलग-अलग राजनीतिक दलों से संपर्क साध कर अपने पक्ष में समर्थन मांग रही है। दूसरी ओर विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने आज इस बात का ऐलान किया कि उनके विधायक व सांसद राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करेंगे।
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सभी सांसदों और विधायकों के साथ बैठक कर सपा ने लिया फैसला-
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई थी। जहां उन्होंने सभी सदस्यों से फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाकर राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा का नाम प्रस्तावित किया। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि चूंकि यशवंत सिन्हा संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार हैं, इसलिए सपा के सभी सांसद और विधायक सर्वसम्मति से उनका समर्थन करेंगे।
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