जयपुर। राजस्थान के करौली जिले में पुजारी की मौत मामले में राज्य सरकार बैकफुट पर है। वहीं, विपक्षी दल भाजपा लगातार अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोल रही है। शनिवार को पुजारी के परिजनों ने अपनी मांग पूरी नहीं होने तक मृतक की अंतिम यात्रा निकालने से मना कर दिया है।
जिला प्रशासन ने पुजारी के परिवार से मुलाकात की है और उनसे अंतिम संस्कार किए जाने का अनुरोध किया है। करौली के एसडीएम ओम प्रकाश मीणा ने कहा है कि पुजारी के परिजनों द्वारा रखी गई मांग को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी सरकार को परिवार की मांग के बारे में बताएंगे। हमारा परिजनों से अनुरोध है कि वे शव की अंतिम यात्रा निकालें, क्योंकि शव को रखे हुए दो दिन बीत चुके हैं।
पुजारी बाबूलाल के रिश्तेदार ने एएनआई को दी गई बाइट में कहा है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम शरीर का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। हम चाहते हैं कि 50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। उन्होंने कहा, सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। हम परिवार के लिए सुरक्षा की भी मांग करते हैं।