कानपुर की यातायात समस्या को देखते हुए केडीए ने चौराहों पर सिग्नल और कैमरे लगाया था, लेकिन मेट्रो निर्माण के पहले चरण के तहत मोतीझील तक के सभी सिग्नल और कैमरे हटा लिये गये थे। मेट्रो का इस चरण का सिविल कार्य पूरा हो चुका है तो मेट्रो ने तय धनराशि का लगभग आधा भाग यानी 60 लाख रुपया कानपुर स्मार्ट सिटी को सौंप दिया है। इससे अब जल्द ही इन जगहों पर फिर से सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल होकर लग जाएंगे।
कानपुर मेट्रो परियोजना के तहत पहले चरण में आईआईटी से मोतीझील तक कार्य तेजी से शुरु किया था। कार्य करने के पहले मेट्रो ने इस बीच लगे सभी सिग्नल और सीसीटीवी कैमरों को हटा दिया था। इसके एवज में कानपुर स्मार्ट सिटी से इस बात की सहमति बनी थी कि जब दोबारा सिग्नल और कैमरे लगाए जाएंगे तो उसके एवज में कानपुर मेट्रो 1.25 करोड़ रुपये देगा। अब आईआईटी से मोतीझील तक का सिविल कार्य मेट्रो परियोजना ने पूरा कर लिया है। इससे सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे लगाने की ओर स्मार्ट सिटी ने कदम बढ़ा दिये हैं। सहमति के अनुसार मेट्रो ने 1.25 करोड़ रुपये का लगभग आधा भाग 60 लाख रुपया स्मार्ट सिटी को सौंप दिया है।
दोबारा इंस्टॉल होंगे सीसीटीवी कैमरें
मेट्रो से मिले बजट के बाद स्मार्ट सिटी सीसीटीवी कैमरों और सिग्नलों को लगाने में तेजी ला दी है। कानपुर स्मार्ट सिटी के आईटी मैनेजर राहुल सब्बरवाल ने बताया कि चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल, पैन टिल्ट जूम कैमरा, आरएलवीडी (रेड लाइट वॉयलेशन डिडेक्शन कैमरा) समेत सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। इसके साथ ही एलईडी स्क्रीन पैनल भी हटाए गए थे, उन्हें भी इंस्टॉल किया जाएगा। आईआईटी, कल्याणपुर, गुरुदेव और गोल चौराहे पर फिर से ऑनलाइन चालान काटे जा सकेंगे। बताया कि अबकी बार सीसीटीवी कैमरों और सिग्नलों को लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है क्योंकि अब सड़क के बीच में मेट्रो के पिलर भी खड़े हैं। सर्वे में यह सुनिश्चित किया जाएगा किस ओर किस जगह पर सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं। जल्द ही फाइबर केबिल बिछाने का काम शुरू होने जा रहा है।
दूसरे चरण के कार्य से हटाये जा रहे सिग्नल
मैनेजर ने बताया कि मेट्रो का पहले चरण का कार्य पूरा हो गया है और पहले चरण के तहत उन सभी जगहों पर कैमरे और सिग्नल लगाए जाएंगे जहां पर जाम की समस्या रहती है। वहीं, दूसरे चरण के तहत मेट्रो ने काम शुरु कर दिया है वहां से भी सीसीटीवी कैमरे और सिग्नल हटाये जा रहे हैं।