पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सूबे की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष की भूमिका निभा रहे बीजेपी एड़ी-चोटी का जोर लगाते नजर आ रहे हैं। इन तीन सीटों में सबकी नजर भवानीपुर सीट पर टिकी है। जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल से है। इसी बीच सूबे के बीजेपी अध्यक्ष पद से हटाए गए दिलीप घोष ने उपचुनाव को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
दिलीप घोष ने कहा- कुछ दिन मैं नहीं रहूंगा
दिलीप घोष बुधवार सुबह न्यूटाउन ईकोपार्क में प्रातः भ्रमण पर आए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रियंका टिबरेवाल के प्रचार में नजर आएंगे, उन्होंने कहा कि फ़िलहाल मैं अभी कुछ दिन नहीं रहूंगा। लेकिन प्रचार के अंतिम दो-तीन दिनों में भवानीपुर में रहूंगा। उन्होंने कहा कि वह इस बार अपने निर्वाचन क्षेत्र मेदिनीपुर में ज्यादा समय देना चाहते है।
राज्य में उनकी भूमिका क्या होगी। इस बारे में दिलीप घोष ने कहा कि मै पार्टी के लिए हमेशा हूँ, राज्य के प्रभारी मुझे जिस काम में लगाएगी मैं वही करूंगा। इसी तरह केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार काम करूंगा। उन्होंने कहा अब मैं अपने चुनावी क्षेत्र में और समय देना चाहता हूं। प्रांतीय अध्यक्ष होने के कारण उन्हें पूरे राज्य की यात्रा करनी पड़ती थी, इसलिए मुझे मेदिनीपुर के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पाता था। बाढ़ आ गई है। हमने राहत कार्य पहले ही शुरू कर दिया है।
प्रदेश की राज्य कमिटी कब बदलेगी इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह बताना मुश्किल है। नए अध्यक्ष आये हैं। वह केंद्रीय नेताओं से बात कर फैसला करेंगे। उम्मीद है कि यह जल्द ही हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: मौलाना कलीम की गिरफ्तारी को लेकर फूटा सपा सांसद का गुस्सा, बीजेपी सरकार पर मढ़े आरोप
उन्होंने कहा कि नए अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए बुधवार से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी के बूथ से अभियान की शुरुआत की हैं। दिलीप घोष ने कहा कि भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत में कई लोग नदारद थे। कई लोग नहीं आ पाए। सभी के आने की बात भी नहीं थी। मेरे पास अन्य कार्यक्रम भी थे। घोषणा रात में की गई थी, इसलिए कई लोग शामिल नहीं हो सके। पार्टी की तरफ से 20 दिनों का कार्यक्रम चल रहा है और सभी वहां व्यस्त हैं।