पंजाब: संविदाकर्मियों के निशाने पर आई कांग्रेस सरकार, लगाया वादाखिलाफी का आरोप

पंजाब में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सूबे के संविदाकर्मियों ने राज्य सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस नेतृत्व से मामले में दखल दे उनके साथ न्याय करने की मांग की।

संविदाकर्मियों ने कांग्रेस सरकार पर लगाया आरोप

पंजाब के अमृतसर से यहां प्रदर्शन करने आए एक संविदाकर्मी विकास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस ने वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर वो सत्ता में आए तो संविदाकर्मियों को स्थाई नौकरी देंगे। विकास ने कहा कि इस बात को कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद वो भूल गए। उसी बात को याद दिलाने आज संविदाकर्मी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे हैं।

लुधियाना के रहने वाले वाले गुरुमीत ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने कई सभाओं में घोषणा किया था कि वो संविदा पर काम कर रहे लोगों को रेगुलर करेंगे। गुरुमीत ने कहा कि कांग्रेस के कई जिम्मेदार नेताओं ने कहा था कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में संविदाकर्मियों के हित में फैसला लिया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि पंजाब में जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उन लोगों को उम्मीद जगी लेकिन बीते साढ़े चार सालों में राज्य सरकार ने संविदाकर्मियों के लिए कुछ नहीं किया। सरकार बनने के बाद कैप्टन सरकार अपने वादे को पूरी तरह भूल गई।