बीते कुछ महीने पहले जिस तरह के हालात इजरायल-फिलस्तीन के बीच हुए युद्ध के दौरान नजर आ रहे थे, ठीक वैसे ही हालात अब अफगानिस्तान में भी नजर आ रहे हैं। अमेरिकी सेना द्वारा बीते दो दिनों में दो बार किये गए एयरस्ट्राइक के बाद अब काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट की बारिश शुरू हो गई है। दरअसल, सोमवार सुबह काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को निशाना बनाते हुए लगातार कई रॉकेट दागे गए।
काबुल एयरपोर्ट को बनाया गया निशाना
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाते हुए कई रॉकेट दागे गए। इस रॉकेट में से 5 रॉकेट एयरपोर्ट के पास से ही दागे गए थे। बताया जा रहा है कि इन रॉकेट को एक रकार से दागा गया। हालांकि एयर फील्ड डिफेंस सिस्टम से इन्हें नाकाम कर दिया गया। इनमें से एक रॉकेट रिहायशी इलाके में जाकर गिरा।
आपको बता दें कि बीते 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर दो आत्मघाती हमले हुए थे, जिसमें सैकड़ों लोगों सहित अमेरिकी सेना के 15 जवान भी शहीद हो गए थे। अमेरिकी सेना ने इस हमले का बदला लेते हुए बीते 48 घंटों में दो एयरस्ट्राइक की। पहले एयरस्ट्राइक में इस आत्मघाती हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराने का दावा किया गया। वहीं दूसरे एयरस्ट्राइक में उस वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें ISIS-K के ‘कई आत्मघाती हमलावरों’ को लाया जा रहा था।
इन दोनों एयरस्ट्राइक के बाद अमेरिकी सेना को एक बार फिर निशाना बनाया ज रहा है। इसी क्रम में सोमवार सुबह रॉकेट हमलों से काबुल में लगातार किये जा रहे धमाकों से पूरा शहर दहल उठा। चश्मदीदों के हवाले से बताया है कि ये रॉकेट काबुल के सलीम कारवां इलाके में गिरे। इससे इलाके में दहशत मच गई। लोग भागने लगे। सिर्फ रॉकेट ही नहीं, इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाज भी सुनाई पड़ी। हालांकि यह रॉकेट किसने दागे इस बात की जानकारी नहीं हो सकी है।
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काबुल एयरपोर्ट को उस वक्त निशाना बनाया जा रहा है, जब इस एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना का कब्जा है। हालांकि यहां तालिबानों लड़ाके भी मौजूद हैं।