राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के लिए वित्तीय और मानव संसाधन जुटाने में सहयोग करने वाली दो महिलाओं को केरल के कन्नूर से गिरफ्तार किया है। एनआईए ने शिफा हैरिस और मिज़ा सिद्दीक नामक इन महिलाओं को गत मंगलवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार किया और मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया।
आईएस ने वापस भेजा था भारत
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, युवतियां मुशाब अनवर और भारत में आईएस के गुर्गे मोहम्मद अमीन के लिए काम कर रही थीं। महिलाएं आईएस में अपने आकाओं के कहने पर सोशल मीडिया पेजों के माध्यम से आईएस की विचारधारा का प्रचार कर रही थीं। मिज़ा ने आईएस में शामिल होने और आतंकवादियों के साथ लड़ने के अपने मिशन के हिस्से के रूप में तेहरान की यात्रा की थी, लेकिन आईएस नेताओं ने उसे भारत में माहौल बिगाड़ने की जिम्मेदारी सौंपते हुए वापस भेज दिया था।
एनआईए के अधिकारियों ने कहा, “केरल में आईएस के पांच और कट्टर आतंकवादी हैं और हम उन्हें जल्द ही पकड़ने की उम्मीद करते हैं।” मिज़ा सिद्दीकी केरल में आईएस के ऑपरेशन की साइबर विंग की वैचारिक प्रमुख थीं। एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि उसके माध्यम से एक दर्जन से अधिक युवक आईएस में शामिल हुए ।
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केरल पुलिस के पूर्व प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने अपनी सेवानिवृत्ति से पहले मीडिया को बताया था कि राज्य आईएस और तालिबान जैसे विभिन्न आतंकवादी संगठनों के स्लीपर सेल का अड्डा बन गया है। वहीं मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि राज्य में ऐसे संगठन काम नहीं कर रहे हैं।