बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए टूलकिट के आरोप का मामला अब और भी पेंचीदा होता जा रहा है। दरअसल, इस मामले को लेकर अभी तक बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिल रहा था लेकिन अब इस मामले ने धार्मिक स्तर पर भी कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। दरअसल, इस मामले में अब जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी की भी एंट्री हुई है, जिन्होंने इस टूलकिट को लेकर बड़ा बयान दिया है।
महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने दिया बड़ा बयान
दरअसल, इस टूलकिट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा कि कुंभ पर्व का दुष्प्रचार सर्वथा अनुचित है। आँकड़ो की सत्यता यह है की कुम्भ में कोरोना की प्रचण्डता अन्य प्रदेशों में अधिक थी ! क्षुद्र स्वार्थ सिद्धि के लिए मानवता की अमूर्त्त सांस्कृतिक धरोहर कुम्भ पर भ्रामक प्रचार देवसत्ता का अनादर है!
महामंडलेश्वर स्वामी गिरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति, संस्कार, सभ्यता और उसकी संवदनाएँ एक साथ कहीं दिखाई देती हैं तो वह कुम्भ का महापर्व है, कुम्भ पर्व केवल हिन्दुओं का नहीं है, संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने उसे मानवता की अमूर्त धरोहर के रूप में भी घोषित किया है।
महामंडलेश्वर ने कहा कि एक टूलकिट के माध्यम से यह प्रचार किया जा रहा है कि कुम्भ के कारण कोरोना का संक्रमण फैला। उन्होंने कहा, आंकड़ों की सत्यता को पहचानिये। जब कुम्भ का मेला चल रहा था तब अन्य प्रदेशों में कोरोना की अधिक प्रचंडता थी, ऐसी उत्तराखंड में नहीं थी, न ही कुम्भ के अवसर पर थी, स्वामी ने कहा, एक सुनियोजित ढंग से भारत की संस्कृति, संस्कार, अथवा हमारी आस्था, हमारी पर्व-परम्परा, मूल्यों पर विषेसकर हमारी सांस्कृतिक निष्ठा पर प्रहार किये जा रहे हैं।
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आपको बता दें कि बीजेपी का आरोप है कि सौम्या वर्मा नाम की लड़की ने कांग्रेस के कहने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने के लिए एक टूलकिट बनवाया है, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी के इस आरोप को खारिज करते हुए फर्जी करार दिया है। इस मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है।