बीजेपी सांसद राजीव कुमार रूडी की पोल खोलने वाले जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव को 32 साल पुराने किडनैपिंग के मामले में जेल भेज दिया गया है। हालांकि, इस मामले को लेकर पप्पू यादव की पत्नी और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने मोर्चा खोल दिया है। बाहुबली नेता पप्पू यादव की इस गिरफ्तारी को लेकर रंजीत रंजन और उनकी पत्नी ने बिहार की सत्तारूढ़ नीतीश सरकार और केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार को कड़ी चेतावनी दी है।
पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने सरकार को दी चेतावनी
पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि महामारी में राजनीति-राजनीति खेलने का वक्त नहीं है। इस वक्त हमें एक-दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए। आज पप्पू यादव के साथ लोग इसलिए नहीं खड़े हैं कि चुनाव होने वाला है या कोई बड़ी पार्टी है। आज लोग इसलिए खड़े हैं कि महामारी की दूसरी लहर चल रही है। पप्पू यादव का कौन सा अपराध था, जिसमें जेल भेजा गया? सुबह 9 बजे लॉकडाउन का उल्लंघन कर गिरफ्तार किया गया। फिर बाद में 32 साल पुराने के केस में उन्हें जेल भेजा गया। वे कौन लोग हैं जिनके इशारे पर ये कार्रवाई हुई है।
पूर्व सांसद ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर दो दिनों में पप्पू यादव की रिहाई नहीं हुई तो मैं मुख्यमंत्री, उनके गुर्गे, राजीव प्रताप रूडी और भाजपाई को सड़क पर खड़ा करुंगी।
पूर्व सांसद ने कहा कि नीतीश बाबू अगर आप इतने मजबूर थे, तो हमलोग को बता देते कि बहुत कम विधायक आए हैं। भाजपा का पूरे देश में गुंडाराज चल रहा है। न खुद काम करुंगा और न किसी को करने दूंगा। सवालिया अंदाज में रंजीत रंजन ने नीतीश कुमार से कहा कि आपको आखिर हो क्या गया है? इतने अपंग क्यों हो गए हैं? ऐसी कौन सी चीजें हैं जिसके दबाव में आप वो सबकुछ कर रहे हैं, जो बिहार को गवारा नहीं। बालिका गृह कांड है। 1991 में हत्या का केस हुआ 2011 में रफा दफा करा लिया। 89 में जिस कांड में आपने पप्पू यादव पर केस हुआ। इस कांड का सूचक, आज तीनों लोगों का वीडियो चल रहा है कि केस फर्जी है। 32 साल बाद पुराना केस महामारी के वक्त क्यों याद आया?
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पूर्व सांसद ने राजीव प्रताप रूडी से सांकेतिक रूप से पूछा कि वे पायलट थे, किसके आशीर्वाद से मंत्री बने, कैसे राजनीति में आए। उत्तराखंड फार्म हाउस, बिहार, दिल्ली से लेकर जितने भी स्टाफ हैं, उसकी सैलरी कहां से दे रहे हैं? स्किल इंडिया के मिनिस्टर थे और मोदी साहब ने क्यों हटाया? स्किल इंडिया में एम्बुलेंस ड्राइवर को ट्रेनिंग देनी थी, क्यों नहीं दी। ये सब आप बताएं। पप्पू यादव पहले ही परिवार को बच्चों को छोड़ कर पहले ही जान देने को तैयार थे। पप्पू जी जबतक जेल में हैं, खेल तो होगा। अस्पतालों का निरीक्षण भी होगा। मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि वे सेंट्रल में चुप्पी साधे हैं। उनके ही क्रियाकलापों की प्रेरणा है, जो आपके लोग कर रहे हैं।