पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता पर काबिज होने के ठीक बाद ममता सरकार के खिलाफ राज्यपाल जगदीप घनखड़ ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। स्थिति यह हो गई है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार के उन चार नेताओं पर वार किया है, जो सोमवार को ममता सरकार के मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। दरअसल, राज्यपाल ने इन चार नेताओं के खिलाफ सीबीआई केस चलाने की इजाजत दे दी है।
राज्यपाल ने सीबीआई को दी इजाजत
दरअसल, केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ सालों से चल रहे शारदा स्कैम और नारदा स्कैम मामलों की जांच कर रही है। इन मामलों में तृणमूल के कई नेता सीबीआई के निशाने पर भी हैं। इसी क्रम में अब कुछ अन्य नेताओं के नाम भी भी इन घोटालों से जुड़ रहे हैं। इसी वजह से सीबीआई ने इन मामलों को आगे बढाने के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी थी, जिसे राज्यपाल ने हरी झंडी दे दी है। सीबीआई की रडार में आए इन नेताओं के नाम फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और शोभन चटर्जी है।
आपको बता दें कि सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के 43 नेता मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेने वाले हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वाले इन नेताओं की फेहरिस्त में फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और शोभन चटर्जी का नाम भी शुमार है। ऐसे में राज्यपाल ने सीबीआई की इस मांग को इजाजत देकर मंत्री बनने से पहले इन नेताओं के सामने मुसीबत का बड़ा गड्ढा खोद दिया है।
सोमवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले 43 नेताओं में 24 कैबिनेट मंत्री, 10 स्वतंत्र प्रभार (राज्य मंत्री) और 9 राज्य मंत्री होंगे। इस लिस्ट में पूर्व आईपीएस हुमायूं कबीर और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का नाम भी शामिल है।
बताया जा रहा है कि तृणमूल नेता अमित मित्रा, पार्थ चटर्जी, सुब्रत मुखर्जी, साधन पाण्डे, ज्योतिप्रिय मल्लिक, ब्रात्य बसु, बंकिम चंद्र हाजरा, अरूप विश्वास, मलय घटक, डॉ मानस भुइयां, सोमेन महापात्र, उज्ज्वल विश्वास, अरूप राय, फिरहाद हकीम, रथीन घोष, डॉ शशि पांजा, चंद्रनाथ सिंह, शोभनदेव चटोपाध्याय, पुलक राय, गुलाम रब्बानी, विप्लव मित्र, जावेद खान, सपन देबनाथ और सिद्दिकुल्ला चौधरी कैबिनेट मंत्री बनेंगे।
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इसके अलावे बेचाराम मन्ना, सुब्रत साहा, हुमायूं कबीर, अखिल गिरि, चंद्रिमा भट्टाचार्य, रत्ना दे नाग, संध्यारानी टुडू 32, बुलु चिक बराई, सुजीत बोस और इंद्रनील सेन को स्वतंत्र प्रभार (राज्य मंत्री) की जिम्मेदारी मिलेगी। वहीं दिलीप मंडल, अखरूज्जमां, शिउली साहा, श्रीकान्त महतो, जसमीन शबीना, वीरवाहा हांसदा, ज्योत्सना मंडी, मनोज तिवारी और परेश चन्द्र अधिकारी राज्य मंत्री बनेंगे।