2 मई को आए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका दिया है, पश्चिम बंगाल में तो कांगेस का पूरी तरह से सफाया ही हो गया। इस करारी हार का सामने करते ही पार्टी की आंखे खुल गई और हार से सबक लेने का फैसला किया। इसी के चलते कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक सोमवार को होगी, जिसमें चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के चुनाव नतीजों पर मंथन किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में इस तरह की बैठक आयोजित करने की घोषणा की थी।
बीते विधानसभा चुनाव से असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।
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इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को ‘निराशाजनक’ करार देते हुए कहा कि इस हार से सबक लेने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस की चुनावी हार का उल्लेख करते हुए कहा, सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सभी राज्यों में हमारा प्रदर्शनक निराशाजनक रहा है और मैं यह कह सकती हूं कि यह अप्रत्याशित है। सोनिया ने कहा, चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए जल्द सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी, लेकिन यह कहना होगा कि एक पार्टी के तौर पर सामूहिक रूप से हमें पूरी विनम्रता एवं ईमानदारी के साथ इस झटके से उचित सीख लेनी होगी।