उन्नाव रेप केस में दोषी और पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत चुनाव में टिकट देने के बाद अब पार्टी ने उम्मीदवारी से उनका पत्ता काट दिया है। बता दें कि 9 अप्रैल को भाजपा ने उन्नाव जिला पंचायत चुनाव के उम्मीदवारों की सूची में वार्ड नंबर 22 फतेहपुर चौरासी तृतीय से संगीता सेंगर को अपना कैंडिडेट घोषित किया था। संगीता सेंगर को टिकट देने को लेकर रेप पीड़िता के परिवार ने नाराजगी जताई और इसका विरोध किया जिसके बाद मामला बढ़ता देख पार्टी ने रविवार को संगीता सेंगर का टिकट काट दिया।
बता दें कि संगीता उन्नाव जिला पंचायत की निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। साल 2018 में उन्नाव रेप केस मामले में सजा काट रहे पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी विपक्षियों के निशाने पर आ गई थी। यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को जानकारी दी कि संगीता सेंगर की उम्मीदवारी को पार्टी ने रद्द कर दिया है। उनका नाम यूपी जिला पंचायत चुनाव के लिए 9 अप्रैल को जारी भाजपा उम्मीदवारों की सूची में था।
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बता दें कि कुलदीप सिंह सेंगर बांगरमऊ से बीजेपी के टिकट पर चार बार विधायक रह चुके हैं। साल 2017 में उन्नाव के चर्चित रेप केस में कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें बीजेपी ने अगस्त 2019 में पार्टी से निकाल दिया था और इसके बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता भी समाप्त कर दी गई थी। पिछले साल कोर्ट ने कुलदीप सिंह सेंगर को रेप और अपहरण के मामले में दोषी करार देते हुए उन्हें उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई थी। वहीं रेप सर्वाइवर के पिता की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले में भी सेंगर समेत सभी दोषियों को कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई थी।