बीते दिनों असम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार की गाड़ी में ईवीएम मिलने के बाद सियासी गलियारों का माहौल खासा गर्म हो गया था। अब मंगलवार को बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर से ईवीएम और वीवीपैट बरामद हुई है। यह ईवीएम तीसरे चरण के मतदान से ठीक पहले बरामद हुई है। इस घटना के बाद बीजेपी ने तृणमूल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
तृणमूल नेता के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा
बताया जा रहा है कि सेक्टर ऑफिसर ने चुनाव से पहले देर रात को ही हावड़ा के उलूबेरिया उत्तर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तुलसीबेड़िया इलाके के तृणमूल नेता गौतम घोष के घर ईवीएम और वीवीपैट को पहुंचा दिया था। सूचना मिलने के बाद गांव के लोगों ने उक्त तृणमूल नेता के घर को घेर लिया।
मंगलवार सुबह के समय भी पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना रहा। विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाने बुझाने पहुंचे सेंट्रल फोर्स और पुलिस के जवानों को घेरकर भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। यहां तक कि उलूबेरिया दो नंबर ब्लॉक के बीडीओ को भी घेर कर लोगों ने प्रदर्शन किया। बाद में हंगामा कर रहे लोगों को भगाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा है।
आरोपित सेक्टर अधिकारी ने अपनी गलती स्वीकार की है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने उसे सस्पेंड कर दिया है। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। उक्त ईवीएम और वीवीपैट को चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा रहा है।
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उधर, इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी की बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को ईवीएम पर भरोसा नहीं रहता है। वह लगातार ईवीएम से छेड़छाड़ और गड़बड़ी का दावा करती रहती हैं लेकिन अब उसी ईवीएम को घर में लाकर रख रहे हैं। इस तरह से चुनाव जीतने की कोशिश में तृणमूल जुटी हुई है। इसका जवाब सीधे ममता बनर्जी को देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि आज राज्य की 31 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है।