आज पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। इसकी धूम सोमवार को संसद में भी देखने को मिली। दरअसल, संसद में जारी बजट सत्र के दौरान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्यसभा में महिला सांसदों ने जमकर आवाज बुलंद बुलंद करते हुए बड़ी मांग की। दरअसल, सदन में शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की मांग की। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस ने भी अपनी अपनी सरकार द्वारा महिलाओं के हित में किये गए कार्यों को गिनाया।
महिला सांसद ने सरकार से की 50 प्रतिशत आरक्षण की मांग
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस होने की वजह से सोमवार को राज्यसभा में सबसे पहले महिला सांसदों को ही बोलने का मौका दिया है। इस दौरान शिवसेना की महिला सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि 24 साल पहले हमने संसद में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रस्ताव रखा था। आज 24 साल बाद हमें संसद और विधानसभा में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देना चाहिए।
इसके अलावा बीजेपी ने भी भ्रूण हत्या और तीन तलाक जैसे मुद्दे उठाते हुए मोदी सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के हित में लिए गए फैसलों को गिनाया। राज्यसभा में बीजेपी की महिला सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि महिलाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मोदी सरकार के कार्यकाल में महिलाएं सशक्त हुई हैं। मोदी ने बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ शुरू किया, जिससे महिलाओं की स्थिति सुधरी है।
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इसके अलावा एनसीपी की महिला सांसद डॉ फौजिया खान ने कहा कि कई सारी रिपोर्ट में सामने आया है कि 6 फीसदी से ज्यादा महिलाएं लीडरशिप रोल में हैं। हमें इसके बारे में सोचना चाहिए। हम लोकसभा और राज्यसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देकर हम एक शुरुआत कर सकते हैं।