कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों ने एक बार फिर बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, किसान नेता ने ऐलान किया है कि कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन के अगले चरण में किसान देशभर में चार घंटे के लिए रेल गाड़ियां रोकेंगे। किसान नेताओं ने इसके लिए 18 फरवरी को दिन निर्धारित किया है। किसान नेताओं ने यह फैसला गुरूवार को पंजाब में हुई महापंचायत में लिया।
किसान नेता ने दी जानकारी
मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के जगराओं में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने आंदोलन के अगले कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आंदोलन चाहे जितना भी लम्बा चल जाये, परन्तु जब तक तीनों केंद्रीय कृषि कानून रद्द नहीं कर दिए जाते,आंदोलन जारी रहेगा।
जगराओं की अनाज मंडी में हुई यह किसान महापंचायत खराब मौसम के चलते एक घंटे देरी से शुरू हुई। इस किसान महापंचायत में हज़ारों की संख्या में किसान शामिल हुए। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह उगराहां,संयुक्त किसान मोर्चा के मंजीत सिंह धनेर, जम्हूरी किसान सभा के कुलवंत सिंह संधू,भाकियू लखोवाल के नेता हरिंदर सिंह लखोवाल समेत अनेक नेता इस महापंचायत में शामिल हुए।
महापंचायत को सम्बोधित करते हुए किसान नेता राजेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ विभिन्न बैठकों में किसान नेताओं में तीनों कृषि कानूनों के एक -एक क्लाज़ पर चर्चा की और बैठक में उपस्थित मंत्रियों ने माना कि हर क्लाज़ में त्रुटि है। मंत्रियों ने हर क्लाज़ में संशोधन की बात कही, परन्तु त्रुटिपूर्ण कानून को रद्द करने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि वैसे भी केंद्र सरकार को कृषि को लेकर कानून बनाने की कोई कानूनी वैधता नहीं है। कहा कि पंजाब में फसलों का बेहतरीन मंडीकरण है इसीलिए बिहार और उत्तरप्रदेश से भी हज़ारों क्विंटल धान पंजाब में बिकने के लिए आया।
किसान नेता राजेवाल ने कॉर्पोरेट घरानों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसानों की भूमि पर कब्ज़ा करने की तैयारी है और जो मॉडल विदेशों में असफल हो चुका है, केंद्र सरकार उस मॉडल को देश में लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को एक झटका अवश्य लगा, परन्तु आंदोलन अब फिर से कायम है।
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आंदोलन के आगामी कार्यक्रम की बात करते हुए उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को पुलवामा काण्ड की बरसी है, इसलिए इस दिन जवान और किसान देश भर में मोमबत्ती और मशाल मार्च निकालेंगे। 16 फरवरी को सर छोटू राम का जन्म दिवस है, उसे भी जोश से मनाया जायेगा जबकि 18 फरवरी को किसान देश भर में दोपहर 12 बजे से सायं चार बजे तक रेल गाड़ियां रोकेंगे।
किसान नेता जोगेंद्र सिंह उगराहां ने कहा कि कॉर्पोरेट घराने व्यापारियों को फेल कर देंगे और फिर कॉर्पोरेट घराने मंडियों में मनमानी करेंगे। किसान नेता ने निराशा प्रकट की कि राज्य सरकारें भी नयी आर्थिक नीतियों के खिलाफ नहीं है। उगराहां ने किसानों और लोगों को लंबे समय तक संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।