आजादी की लड़ाई के दौरान घटी चौरी-चौरा की घटना इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में अंकित है। इसी चौरी-चौरा घटना के शताब्दी समारोह का शुभारम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस मौके पर उन्होंने चौरी-चौरा पर पांच रुपये का डाक टिकट भी जारी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश को कभी भी चौरी-चौरा घटना को नहीं भूलना चाहिए। इस घटना में देश के लोगों ने आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
चौरी-चौरा के शताब्दी समारोह पर पीएम मोदी ने शहीदों को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस संबोधन में कहा कि चौरी-चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इस साल देश की आजादी के 75 साल के वर्ष की भी शुरुआत होगी। पीएम मोदी ने कहा कि इस घटना को इतिहास में सही जगह नहीं दी गई, लेकिन हमें उन शहीदों को सलाम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री के वर्चुअल जुड़ने के साथ ही बच्चों ने चौरी-चौरा थीम सांग की प्रस्तुति दी।इस महोत्सव में जहां उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल रूप से जुड़ी, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य कार्यक्रम में शामिल हुए। चौरी-चौरा की घटना को याद करने के लिए प्रदेश सरकार इस घटना का शताब्दी समारोह मना रही है। यह 04 महोत्सव पूरे वर्ष फरवरी, 2022 चलेगा।
इस मौके पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव शहीदों के सम्मान में अब तक का सबसे बड़ा सम्मान है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर शताब्दी समारोह के स्थल पर पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही वन्देमातरम का गायन भी हुआ। तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने स्मारक स्थल का निरीक्षण किया।साढ़े दस बजे मुख्य मंच पर दीप प्रज्वलित किया गया। 10 बजकर 55 मिनट पर राज्पाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल जुड़ी।
मुख्यमन्त्री के स्वागत सम्बोधन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने चौरी-चौरा पर डाक टिकट भी जारी किया। प्रधानमंत्री के सम्बोधन के बाद शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का सम्मान किया। पीएम नरेंद्र मोदी ऐसे तीसरे प्रधानमंत्री है जो चौरी-चौरा शहीद स्मारक स्थल से सीधे जुड़ें। इसके पहले इंदिरा गांधी ने बतौर प्रधानमंत्री जहां इस शहीद स्मारक स्थल की नींव रखी थीं, वहीं प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने इसका शिलान्यास किया था।
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पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री रमा पति शास्त्री, बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान,चौरीचौरा की विधायक संगीता यादव, महेंद्र पाल सिंह, विधायक विपिन सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह,विधायक फतेबहादुर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।