गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने अपने आगे की रणनीति बताई है। दरअसल, हिंसा की इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को बड़ा सन्देश दिया है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि बातचीत के दरवाजे बंद हुए हैं।
सरकार ने लिया फैसला
एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद मोदी सरकार के कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए प्रकाश जावड़ेकर से जब पत्रकारों ने दिल्ली हिंसा पर सवाल पूछा और किसानों संग चर्चा की बात पूछी गई। तो केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपने कभी सुना बातचीत के दरवाजे बंद हो गए हैं, जब भी कुछ होगा आपको बताएंगे। दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर मोदी सरकार के मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर जो हुआ उसको लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से ही मामले की जानकारी दी जाएगी।
आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच 10 दौर में बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी निर्णय नहीं निकल सका है। आंदोलनरत किसान लगातार कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार लगातार संशोधन का प्रस्ताव पेश कर रही हैं।
इसी क्रम में किसानों ने 26 जनवरी के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने की मांग की थी, जिसे सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई थी। इस रैली से पहले किसान नेताओं द्वारा कई दावे भी पेश किये गए थे। इस रैली का रोड मैप भी तैयार किया गया था। ट्रैक्टर रैली की समय-सीमा भी निर्धारित की गई थी। लेकिन बीते दिन ये सभी दावे निष्क्रिय साबित हुए।
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बीते दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में जमकर हंगामा किया। इस दौरान कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली। इस हिंसक घटना में 300 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं।