मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने गुरुवार को कहा कि आज़ादी के बाद RSS और जनसंघ की सोच निजीकरण की थी। जनसंघ ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण का विरोध किया था। ये इतिहास है, मेरी सोच नहीं है। जब कोयले के खादानों का राष्ट्रीयकरण किया तो जनसंघ ने इसका विरोध किया। ये इनकी सोच थी। 3 कानून हमारे कृषि क्षेत्र का निजीकरण करना है।
कमलनाथ का आरएसएस पर हमला, बोले-आजादी के बाद से उनकी सोच निजिकरण की थी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खत्म करने का काम कर रही है। केंद्र सरकार के कानून की बुनियाद कमजोर है। कमलनाथ का आरएसएस पर हमला, बोले-आजादी के बाद से उनकी सोच निजिकरण की थी।
यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन को लेकर सख्त हुआ SC, मोदी सरकार दिया सिर्फ दो सप्ताह का समय
बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने गुरुवार को कहा कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। मैं आराम नहीं करूंगा। मैंने कभी किसी पद के लिए आवेदन नहीं किया था। पार्टी का नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा और वो मेरे लिए स्वीकार्य होगा। कमलनाथ का आरएसएस पर हमला, बोले-आजादी के बाद से उनकी सोच निजिकरण की थी।
कमलनाथ ने साफ कर दिया कि वह दिल्ली नहीं जा रहे हैं और न ही आराम कर रहे हैं। गुरुवार को कमलनाथ ने कहा कि पार्टी हाईकमान जो भी फैसला करेगी, वह मुझे मंजूर होगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरएसएस और जनसंघ पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी के बाद से उनकी सोच निजिकरण की थी।
यह भी पढ़ें: किसानों की ट्रैक्टर रैली, तिरंगे भी दिखे तो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की फोटो भी आई नजर
बता दें कि कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं और सत्ता गंवाने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता का दायित्व भी उनके ही पास है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए किसान सम्मेलन की शुरुआत 16 जनवरी से छिंदवाड़ा में होगी और फिर एक बड़ा सम्मेलन 20 जनवरी को होगा।