भारतीय राजनीति शनिवार सुबह शोक में डूब गई। इस शोक की वजह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सरदार बूटा सिंह थे, जिन्होंने शनिवार सुबह आखिरी सांस ली। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। आपको बता दें कि बूटा सिंह 8 बार लोकसभा सांसद रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बिहार के राज्यपाल के रूप में भी काम किया है।
कांग्रेस के शासनकाल में कृषि मंत्री रह चुके हैं बूटा सिंह
पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बूटा सिंह के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री बूटा सिंह जी गरीबों के कल्याण के साथ-साथ दलितों के कल्याण के लिए एक अनुभवी प्रशासक और प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से मैं दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सरदार बूटा सिंह जी के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।’
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बूटा सिंह राजीव गांधी की सरकार में साल 1986 से 1989 तक केंद्रीय गृह मंत्री रहे। इससे पहले राजीव गांधी की सरकार में ही 1984 से 1986 तक कृषि मंत्री का पदभार संभाला था। इसके अलावा बूटा सिंह 2004 से 2006 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे थे। 2007 से 2010 तक मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला।