बीजेपी के भीतर भी शुरू हुआ कृषि कानूनों का विरोध, किसानों के समर्थन में उतरे सांसद

केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार को कृषि कानूनों की वजह से अभी तक किसानों के ही विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, अब बीजेपी नेता भी कृषि कानूनों का विरोध करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, कृषि कानूनों की वजह से हरियाणा बीजेपी में बगावत के स्वर सुनाई देने लगे हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद चौधरी बीरेंद्र सिंह ने भी किसानों का साथ देते हुए कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी को चेतावनी भी दी है।

कृषि कानूनों के खिलाफ धरना देंगे बीजेपी सांसद

दरअसल, बीजेपी नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने साफ़ लफ्जों में कहा है कि उनके लिए पार्टी और राजनीति से बढ़कर किसानों का हित है। उन्होंने कहा कि मैं किसानों की अगुवाई करने के लिए तैयार था। अब किसानों के समर्थन में आज रोहतक में धरना दूंगा। 

चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों की जो मांग हैं, मैं उनके समर्थन में आज रोहतक में धरना दूंगा। उन्होंने कहा कि किसानों की बात करना कोई पार्टी के खिलाफ नहीं है। इस मामले में संवाद होना चाहिए, जो लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसान की बात करना मेरा धर्म है, अलग मोर्चा अलग पार्टी बनाने के बारे में चौधरी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि यह खबरें निराधार है।

यह पहला मौका नहीं है, जब बीरेंद्र सिंह किसानों के पक्ष में बोलते नजर आए हो, इसके पहले भी उन्होंने किसानों का समानार्थक करते हुए कहा था कि अगर किसान मुझसे संपर्क करते, तो मैं किसानों की अगुवाई करने के लिए तैयार था। कृषि कानूनों के बारे में किसानों की शंकाओं को दूर करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, क्योंकि किसानों को लगता है कि कानून उनके लिए हानिकारक हैं।

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मालूम हो कि बीरेंद्र दशकों से सर छोटू राम विचार मंच से जुड़े हुए हैं। हालांकि, चौधरी बीरेंद्र ने पुष्टि नहीं की है कि वह इस विरोध में शामिल होंगे या नहीं, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि वह विरोध में शामिल हो सकते हैं। फिलहाल, बीरेंद्र सिंह आज शाम 4 बजे छोटूराम चौक स्थित नीली कोठी में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रखेंगे।