लखनऊ। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में अभी कुछ समय और लग सकता है। जानकारी के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास कार्यक्रम अब अक्टूबर तक के लिए टाला जा सकता है। नवरात्रि में शिलान्यास होगा और उसके बाद भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।
जानकारी के मुताबिक 18 जुलाई को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एक अहम बैठक करने वाला है। इस बैठक में शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर फैसला हो सकता है। हालांकि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास महाराज मंदिर का शिलान्यास पीएम मोदी के हाथों कराना चाहते हैं।
महंत नृत्य गोपालदास की ओर से पीएम मोदी को शिलान्यास करने के लिए एक चिट्ठी भी भेजी जा चुकी है, लेकिन पीएमओ की ओर से अभी तक इसका कोई जवाब नहीं आया है। वहीं अब श्रावण महीने में बारिश को देखते हुए शिलान्यास कार्यक्रम को नवरात्रि तक के लिए टाला जा सकता है।
मंदिर निर्माण के लिए चल रहे आंदोलन के वक्त विहिप के द्वारा एक मॉडल तैयार किया गया था। ट्रस्ट का कहना था कि ये मॉडल घर- घर तक पहुंच चुका है। इसलिए इस मॉडल के अनुसार ही मंदिर का निर्माण होगा, लेकिन अब इसमें थोड़ा बदलाव किया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक अब राम मंदिर की ऊंचाई मॉडल से ज्यादा होगी। जानकीघाट बड़ा स्थान के महंत ने कहा कि जिस वक्त मॉडल तैयार करते वक्त हमने 2.77 एकड़ भूमि को ध्यान में रखा था। हालांकि इतनी भूमि के लिए भी हमें उम्मीद नहीं थी, और हम संघर्ष कर रहे थे, लेकिन आज 70 एकड़ की भूमि हमें मिली है। तो अब 70 एकड़ के हिसाब से और भव्य मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए।