लखनऊ। कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के संगठन को एक बड़ा झटका लगा है। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े किसान संगठन जिसे भारतीय किसान संघ के नाम से जाना जाता है उसने आठ दिसम्बर को होने वाले भारत बंद से खुद को अलग कर लिया है।
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RSS ने भारत बंद को दिया करारा झटका, टूट गई भाकियू की कमर
खबरों के मुताबिक भारतीय किसान संघ के नेताओं ने कहा है कि जब दोनों पक्ष नौ दिसम्बर को फिर से वार्ता करने पर सहमत हुए हैं तो फिर आठ दिसम्बर को भारत बंद की घोषणा उचित नहीं है। किसानों के इस आंदोलन में आरएसएस के भारतीय किसान संघ से जुड़ किसान भी आ गये थे।
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भारतीय किसान संघ ने अपने बयान में कहा है कि अभी तक किसान आंदोलन अनुशासित चला है, लेकिन मौजूदा घटनाक्रम इस ओर इशारा कर रहे हैं कि विदेशी ताकतें, राष्ट्रद्रोही तत्व और कुछ राजनीतिक दल इस आंदोलन को अराजकता की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय किसान संघ के नेताओं का यह भी कहना है कि उन्होंने दूरी इसलिये बनाई है क्योंकि इसमें राजनैतिक पार्टियां जुड़ गई हैं।
भारतीय किसान संघ के नेताओं का कहना है कि किसान संगठनों को लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात सरकार के सामने रखनी चाहिये। सरकार ने जो कृषि संबंधित तीन कानून बनाए हैं उनमें तीन कमियां हैं जिसको लेकर हम सरकार को पहले से ज्ञापन दे चुके हैं।