उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार कल सोमवार को बजट पेश करेगी। यह मौजूदा सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा, जिसे डिजिटली पेश किया जाएगा। चूंकि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा इस बजट से लोगों को खास उम्मीदे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने इस बार का बजट पेपरलेस पेश किया था, जिसके बाद यूपी की योगी सरकार भी पेपरलेस बजट पेश करने की तैयारियों में जुट गई।
वर्तमान में यूपी बजट को पेपरलेस पेश करने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंत्रियों और विधायकों को आइपैड पर बजट देखने की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। अब राज्य के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना कल सोमवार को पेपरलेस बजट पेश करेंगे। इस बजट में प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों को भी बड़ी सौगातें मिल सकती हैं। वहीं विशेषकर कृषि और उद्योग क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणाएं होने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें: रिंकू शर्मा हत्याकांड में 4 और आरोपियों पर कसा शिकंजा, हमले का फुटेज आया सामने
क्या होगा खासा प्रदेश सरकार का इस बार का बजट 5500 करोड़ से ज्यादा रह सकता है, जबकि चालू वित्तीय वर्ष में कुल बजट 5.13 लाख करोड़ है। प्रदेश में कुल 16 लाख सरकारी कर्मचारी और तकरीबन 12 लाख पेंशनधारक हैं। पिछले साल कोरोना के चलते इनके डीए में वृद्धि को रोक लिया गया था। अब सरकार इनके महंगाई भत्ते को बहाल कर सकती है। योगी सरकार के इस बजट में गंगा परियोजना, पांच एक्सप्रेसवे की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने, 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को मुख्य संपर्क मार्गों से जोड़ने, नोएडा में फिल्म सिटी, पर्यटन स्थलों के विकास के साथ-साथ आवास से जुड़ी परियोजनाओं के लिए भी घोषणाएं होने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।