मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश को दुग्ध विकास के क्षेत्र एवं दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाये रखने के लिए मंगलवार को एक हजार करोड़ की लागत से नन्द बाबा दुग्ध मिशन की शुरुआत की गयी है ताकि प्रदेश के सभी गांवों में दुग्ध सहकारी समितियों द्वारा दुग्ध उत्पादकों को गांवों में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। सीएम योगी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभूमिखंड गोमतीनगर स्थित किसान बाजार में नन्द बाबा दुग्ध मिशन कार्यालय का उद्घाटन, ‘दुग्ध विकास पोर्टल’ का लोकार्पण एवं नन्द बाबा मिशन के लोगो का अनावरण किया।
5 डेयरी किसान उत्पादक संगठन को किया जाएगा गठित
कार्यक्रम में दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर गौ-संवर्धन को प्रोत्साहित करने की कार्यवाही दुग्ध विकास विभाग के माध्यम से की जा रही है। प्रदेश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास को सुनिश्चित करने, कृषकों को उनके दूध का लाभकारी मूल्य दिलवाने एवं कृषि आधारित ढांचा सुदृढ़ करने में दुग्ध विकास विभाग निरन्तर प्रयासरत है। दुग्ध व्यवसाय ही एकमात्र ऐसा व्यवसाय है, जो ग्रामीण क्षेत्र में अतिरिक्त आय का लाभप्रद साधन है। उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत दुग्ध उत्पादकों को उनके गांव में ही दूध विक्रय की सुविधा प्रदान करने के लिए नये प्रयासों के रूप में डेयरी किसान उत्पादक संगठन (डेयरी एफपीओ) का गठन करने का प्रस्ताव है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश के 5 जनपदों में 5 डेयरी किसान उत्पादक संगठन को (डेयरी एफपीओ) गठित किये जाने की योजना है, जिसमें महिलाओं की भी एक प्रमुख भूमिका होगी।
गौ पालक का बनाया जाएगा डाटाबेस
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि नन्द बाबा मिशन के तहत दुग्ध उत्पादकों को बाहरी प्रदेशों से स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों के क्रय करने, दुग्ध उत्पादकों के गौवंशीय पशुओं में नस्ल सुधार के लिए प्रगतिशील पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि देने एवं प्रदेश स्तर पर गौ पालक का बड़े स्तर पर डाटाबेस बनाना प्रस्तावित है। इसके लिए नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत विभिन्न गतिविधियों के संचालन एवं अनुश्रवण के लिए प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव एवं जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समितियां गठित की गयी हैं। उन्हाेंने बताया कि मिशन के तहत दुग्ध उत्पादकों/गौपालकों के लिए गौवंशीय पशु रोग, स्वास्थ्य परीक्षण किट एवं प्रजनन टेस्ट किट/दुग्ध अपमिश्रण टेस्टिंग किट देने का भी प्राविधान किया गया है। इसके साथ ही दुग्ध उत्पादक कृषकों को साएलेज, हे, टोटल मिक्सड राशन (टीएमआर) मेकिंग के लिए अनुदान और प्रोत्साहन दिए जाने का प्रस्ताव है।
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दुग्ध क्षेत्र में 25 प्रतिशत से अधिक वार्षिक वृद्धि में मिशन होगा सहायक
पशुधन एवं दुग्ध विकास के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने कहा कि प्रदेश में डेयरी सेक्टर में नवीन उद्योगों में निवेश की अपार संभावना है। ऐसे में डेयरी सेक्टर के समस्त हितधारकों के लिए अधिकाधिक लाभ सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति-2022 प्रख्यापित की गयी है। दुग्ध आयुक्त एवं मिशन निदेशक शशि भूषण लाल सुशील द्वारा नन्द बाबा दुग्ध मिशन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी और कहा कि दुग्ध क्षेत्र में 25 प्रतिशत से अधिक वार्षिक वृद्धि में यह मिशन सहायक होगा। कार्यक्रम में पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक कुणाल सिल्कू, विशेष सचिव राम सहाय यादव, पशुधन विभाग के निदेशक प्रशासन एवं विकास डॉ. इन्द्रमणि, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र तरूण कुमार तिवारी, एलडीबी के डॉ. नीरज गुप्ता तथा लखनऊ मिल्क यूनियन की अध्यक्ष शिखा सिंह उपस्थित थी।