साढ़े चार साल में योगी सरकार ने किया चहुंमुखी विकास : सुनील शर्मा

साहिबाबाद के भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश का चहुंमुखी विकास हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बिना किसी भेदभाव सबको साथ लेकर चलना और किसी के साथ भेदभाव नहीं करना है। हिन्दुस्थान समाचार के संवाददाता फरमान अली के साथ विशेष बातचीत में सुनील शर्मा ने दावा किया कि आज भी योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता की पहली पसंद हैं और एक बार फिर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।

-हर समस्या का किया स्थायी समाधान

सुनील शर्मा का कहना है कि उन्होंने अपनी साहिबाबाद विधानसभा में ऐतिहासिक विकास कार्य कराए हैं। सभी विकास कार्य पूरी पारदर्शिता और भ्रष्टाचार रहित कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली से सटे साहिबाबाद में जाम निपटाने के लिए पांच फ्लाई ओवर व चार अंडरपास बनवाये गए। दो हजार किमी सड़क को चलने लायक बनाया। कैलाश मानसरोवर भवन उन्हीं की विधानसभा में बनाया गया। वर्षो से अधर में लटका एलिवेटेड रोड मेरे ही कार्यकाल में पूरा हुआ। हिंडन एयर (पोर्ट घरेलू) का निर्माण कराया गया। नंदी पार्क में गौशाला बनवाई। 40 से अधिज सार्वजनिक शौचालय बनवाये। अरबों की लागत से रेपिड रेल प्रोजेक्ट भी उन्हीं की विधानसभा में निर्माणाधीन है।

– कोई फील गुड नहीं, विकास के बल पर फिर बनेगी भाजपा सरकार

कहाकि राज्य सरकार या भाजपा संगठन को किसी फील गुड का भाव नहीं है, लेकिन संतोष है कि मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में कई क्षेत्रों में विकास के कई कीर्तिमान बना है। योगी सरकार ने विकास के कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक विकास कार्य किया है, जनता की समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण किया है। उसी काम की बदौलत एक बार पुनः उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।

– एकलौती पार्टी है भाजपा जिसके लिए सर्वोपरी है राष्ट्र

सुनील शर्मा का कहना है कि भाजपा पार्टी हो या फिर योगी सरकार सभी के लिए राष्ट्र पहले है। इनकी नजर में सभी देशवासी देश के नागरिक हैं। इसलिए पार्टी कभी भी किसी के साथ भेदभाव से काम नहीं करती, बल्कि सबका विकास सबका विश्वास नीति के तहत काम करती है। यही कारण है कि योगी जी के कार्यकाल में केंद्र सरकार या प्रदेश सरकार की जो भी कल्याणकारी योजनाएं आई है, उसका लाभ सभी वर्ग जाति धर्म के लोगों को मिला है। मैं अपनी विधानसभा का एक उदाहरण बताता हूं। यहां पर मौसम विहार कालोनी में प्रधानमंत्री आवास योजना में एक हजार लोगों को लाभ मिला जिसमें 750 लाभार्थी मुसलमान हैं। जबकि हिन्दू 250 के आसपास हैं। यदि योगी सरकार में किसी धर्म यह जाति विशेष के खिलाफ कोई नीति होती तो यह संख्या उल्टी होती मेरा कहना है कि भाजपा सबको साथ लेकर चलती है और सबका विकास चाहती है।

– कभी महसूस नहीं किया नौकरशाह व जनप्रतिनिधि के बीच कोई टकराव

सुनील शर्मा कहते हैं कि जो लोग भाजपा सरकार में सत्ताधारी दलों के लोगों पर अफसरशाही के हावी होने का आरोप लगाते हैं वह पूरी तरह से निराधार हैं। कम से कम मैंने तो इस तरह की कोई बात कभी महसूस नहीं की, पनकी अफसरशाही हो या फिर जनप्रतिनिधि दोनों ने भाजपा के नेतृत्व में जनता की समस्याओं का निस्तारण करने की भरपूर कोशिश की है और उन्हें सफलता भी मिली है।

– जनता खुद ही ओवैसी जैसे लोगों से निपट लेगी

श्री शर्मा ने कहा कि चुनाव के समय एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी जैसे लोग सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन उनकी सक्रियता के मतलब को जनता अच्छी तरह जानती हैं। इसलिए भाजपा इस तरह के लोगों पर अपनी ऊर्जा नष्ट नहीं करती, क्योंकि ऐसे लोगों से जनता खुद ही निपट लेती है।

-घटक दलों से तालमेल का काम पार्टी संगठन का

सुनील शर्मा ने कहा कि सरकार के घटक दलों से किस तरह सामंजस्य बिठाना है या किस तरह उनसे व्यवहार करना है। क्या कार्य योजना बनानी है यह काम पार्टी संगठन का काम है। हमें तो पार्टी के आदेशों का पालन करना होता है।

-अखिलेश राज में था भ्रष्टाचार, कई अफसरों पर चल रहे हैं मुकदमा

सुनील शर्मा कहते हैं कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को योगी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। योगी सरकार के कार्यकाल में किसी के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, जबकि अखिलेश सरकार के कार्यकाल में नेताओं से लेकर अफसरों तक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। आज भी उन पर मुकदमे चल रहे हैं। अतः स्थिति साफ हो जाती है कि किसकी सरकार में भ्रष्टाचार था और किसकी में नहीं है।

-जाति-धर्म की राजनीति नहीं करती भाजपा

सुनील शर्मा ने कहा कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल ब्राह्मणों पर डोरे डाल रहे हैं, लेकिन सही मायनों में भाजपा यह ब्राह्मणों की सच्ची हितैषी है। ताजा उदाहरण यह है कि कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा लखीमपुर खीरी कांड के बाद केवल सरदारों से मिलीं, किसी ब्राह्मण से नहीं मिलीं, जबकि इसमें चार युवक ब्राह्मण भी मारे गए हैं। यदि कांग्रेस ब्राह्मणों के सच्चे हितैषी होती तो चार ब्राह्मणों को भी मौजा दिलाती और उनके घर जाकर उन्हें सांत्वना देती। कुछ इसी तरह के घड़ियाली आंसू समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी आ रहे हैं, लेकिन ब्राह्मण वर्ग इनके बहकावे में नहीं आने वाला है।

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-सरकार से लेकर पार्टी तक ने कोरोना के दौरान दी लोगों को राहत

सुनील शर्मा का कहना है कि कोरोना काल सरकार के लिए बड़ी चुनौती थी। सरकार और भाजपा संगठन ने लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का मामला भोजन, राशन आदि उपलब्ध कराया और जनता के साथ खड़े रहे।