प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाओं को अपने बैंक के खाते को अपडेट करना होगा। बैंक खाता अपडेट न होने के कारण गर्भवती महिलाओं के खाते में खानपान एवं पोषण के लिए आर्थिक सहायता की धनराशि नहीं पहुंच पा रही है। जिले की पांच हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को अपना बैंक खाता अपडेट करना होगा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक महिप पाण्डेय ने बताया कि खाते की केवाईसी कराने के लिए पहली बार गर्भवती महिलाओं को अपने बैंक जाकर आईडी जमा करना होगा। इसके साथ ही अपने बैंक के आईएफसी कोड की जानकारी आशा के माध्यम से जल्द से जल्द विभाग को उपलब्ध करा दें। जिससे महिलाओं के खाते में जल्द से जल्द पैसा भेजा जा सके। बैकों का विलय हो जाने के कारण कुछ बैंकों का आईएफसी कोड बदल जाने के कारण लाभार्थियों को भुगतान करने में विभाग को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला कार्यक्रम सहायक विजय शंकर गुप्ता ने बताया कि केवाईसी के लिए लीड बैंक प्रबन्धक कुमार अजय को भी सीएमओ ने पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में विभाग के प्रयास से जनपद को मंडल में प्रथम स्थान स्थान मिला है। प्रथम बार गर्भवती होने पर इस योजना में महिला को पांच हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह धनराशि महिला को तीन किश्तों में दिया जाता है। किसी भी सरकारी स्वास्थ्य संस्था पर 150 दिन के अन्दर गर्भधारण पंजीकरण कराने पर प्रथम किश्त के रूप में एक हजार रूपये, प्रसव से पहले एक जांच होने पर दूसरी किश्त के रूप में दो हजार रूपये एवं बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने व बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किश्त के रूप में दो हजार रूपये दिये जाते है।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक अजय सिंह ने कहा कि योजना में अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को लाभ दिलाने के लिए विभाग की ओर से लगातार हर संभव प्रसास किये जा रहे है। एक अप्रैल 2021 से लेकर अब तक 3725 महिलाओं को एक करोड़ 89 लाख 66 हजार रूपये दिये जा चुके है।