केदारनाथ मंदिर की शीतकाल में सुरक्षा बढ़ाने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि राज्य के मुख्य सचिव और अतिरिक्त सचिव गृह को केदारनाथ मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और छत को सोने की परतों से सजाया गया है। बता दें कि एक दिन पहले ही बद्री केदार मंदिर समिति ने सरकार से मंदिर में स्वर्ण मंडित गर्भगृह की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
केदारनाथ में और सुरक्षा की मांग की थी
केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के स्वर्णमंडित होने के बाद बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को पत्र लिखकर केदारनाथ में और सुरक्षा की मांग की थी। केदारनाथ मंदिर के स्वर्णमंडित गर्भगृह को लेकर अजेंद्र अजय ने पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा था। केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के एक दिन पहले 26 अक्टूबर को इसके गर्भगृह में सोने की परत को चढ़ाने का काम पूरा किया गया था। मंदिर प्रबंधन का दावा है कि केवल 11 सिपाहियों को निगरानी के लिए लगाया गया है। वह भी अस्थायी तौर पर ही तैनात रहेंगे। एक बार सोने का कलश और कुछ अन्य कीमती सामान मंदिर से चोरों ने उड़ा लिया था।
बता दें कि 550 सोने की परतों से गर्भगृह की दीवारें और छत नए भव्य स्वरूप में दिख रही हैं। इसकी दीवारों और छतों को 19 कारीगरों ने तीन दिन में सोने की 550 परत से सजाकर भव्य स्वरूप दिया है। महाराष्ट्र के एक दानी के सहयोग से बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने यह कार्य किया है। मंदिर के गर्भगृह, चारों खंभों और स्वयंभू शिवलिंग के आसपास की जलहरी में भी लगाई गई है।