इसरो ने स्काय रूट द्वारा निर्मित भारत के प्रथम रॉकेट “विक्रम एस” को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच किया | इसी के साथ ही भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू किया | अब भारत भी उन देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जहाँ प्राइवेट कंपनियां भी अपने रॉकेट लांच करती हैं |
शुक्रवार कि सुबह ११ बजेट “स्पेस किड्ज” चेन्नई, “एन-स्पेस टेक” आंध्रप्रदेश और “बाजुमक्यु स्पेस रिसर्च लैब” अर्मेनियाई उपग्रह को लेकर अन्तरिक्ष में उड़ान भरी| स्काय रूट द्वारा निर्मित यह भारत का प्राइवेट रॉकेट है | इसका नाम विक्रम एस, इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है | विक्रम एस पूरी तरह से कार्बन फाइबर से बना है और इसका वजन लगभग 546 किग्रा है | इस रॉकेट कि लम्बाई तक़रीबन 8 मीटर है और यह दुनिया का पहला आल कंपोजिट रॉकेट है, जिसमे थ्रीडी – प्रिंटेड सॉलिड थ्रस्टर लगे हुए हैं |
विक्रम एस की लांचिंग का शेड्यूल 12 नवंबर से 16 नवंबर के बीच तय था किन्तु ख़राब मौसम के कारन इसे आज 18 नवंबर को लांच किया गया |