पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि संस्कृति विभाग उत्तराखंड की ओर से लोक कलाकारों को चयनित कर उनको पहचान पत्र जारी करेगा। यह पहचान पत्र लोक कलाकारों को बीमा के साथ अन्य प्रकार की सुविधाएं दिलाने में कारगर सिद्ध होगा।
देवभूमि उत्तराखंड के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर पौड़ी गढ़वाल-अल्मोड़ा के नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन एवं मूर्ति स्थापना के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मंत्री सतपाल महाराज ने यह घोषणा की। मंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग की ओर से एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इस पहचान पत्र में कलाकार का आधार नंबर, आय एवं अन्य सभी प्रकार के विवरण उपलब्ध होंगे। यह पहचान पत्र सभी कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में बेहद उपयोगी होगा।
पहचान पत्र के आधार होगा बीमा-
मंत्री महाराज ने कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लाक एवं नगरपालिका स्तर से होगी, ऐसा करने से जमीनी व पारंपरिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पाएगी। कलाकारों को उनकी श्रेणी और कला के अनुसार श्रेणीबद्ध किया जाएगा। पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग उत्तराखंड द्वारा चयनित कलाकारों का जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा एवं दुर्घटना बीमा भी कराएगा।
मिलन केंद्रों में संचालित होगी सांस्कृतिक कार्यशालाएं-
मंत्री ने घोषणा की कि 45 वर्ष से अधिक आयु के मूर्धन्य चयनित कलाकारों के माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों अथवा मिलन केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यशालाएं संचालित कराई जाएंगी, जिससे की उनके लिए नियमित आर्थिकी की व्यवस्था हो सके।संस्कृति विभाग राज्य के निर्माणाधीन प्रेक्षागृहों को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। खराब मौसम में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।
सतपाल महाराज ने महाकाली मंदिर समिति गढ़वाल-अल्मोड़ा के समस्त पदाधिकारियों एवं हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकाली का यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि मुझे शक्तिपीठ मां भगवती कालिंका के नवनिर्मित मंदिर उद्घाटन और मूर्ति स्थापना के अवसर पर आने का मौका मिला यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
मंत्री ने कहा कि शक्तिपीठ मां कालिंका का यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है। यहां पर तीलू रौतेली ने मां भगवती की उपासना की थी। तीलू रौतेली जब-जब भी युद्ध को जाती थी उससे पूर्व वह यहां पर वह पूजा अर्चना किया करती थी। इसलिए यह प्राचीन शक्ति केन्द्र हमारे लिए अटूट श्रद्धा एवं आस्था का केंद्र भी है।
कार्यक्रम के दौरान लोक गायकनरेंद्र सिंह नेगी,मीना राणा,बिशन सिंह हरियाला,सौरव मैठाणी और महिमा उनियाल की शानदार प्रस्तुतियों उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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इस मौके पर शल्ट विधायक महेश जीना,राष्ट्रीय महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा दीप्ति रावत, ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कंडारी,कार्यक्रम संचालक नरेंद्र रौथाण, महाकाली मंदिर समिति गढ़वाल-अल्मोड़ा के अध्यक्ष चंदन सिंह रावत,विजय सिंह रावत, हयात सिंह रावत एवं उदय सिंह रावत सहित भारी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।