मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज 10 जुलाई यानी की सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश के अलग अलग जनपदों में तेज बारिश के कारण जनहित को ध्यान में रखते हुए किए जा रहे प्रयासों की गहन जांच की और बहुत से महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अतिवृष्टि के बाद अगले कुछ दिनों में प्रदेश की विभिन्न नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका है। सिंचाई और जल संसाधन के साथ-साथ राहत और बचाव से जुड़े सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया गया है।
24 जनपदों में ज्यादा, जबकि 31 जिलों में औसत से कम हुई वर्षा
आपको बता दे, इस वर्ष में अब तक तकरीबन 24 जनपदों में बहुत ज्यादा वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि 31 जिलों में औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक, जुलाई महीने में इन जिलों में भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। मौसम की बदलती परिस्थितियों पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए।
सभी पीड़ित परिवारों को उपलब्ध कराई जाए सहायता राशि
उन्होंने आगे बताया कि विगत कुछ दिनों में आकाशीय बिजली से कई स्थानों पर जन-धन की हानि की दुःखद सूचना मिली है। इस तरह के तमाम परिवारों मदद करनी चाहिए साथ ही उन सभी परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जानी चाहिए। आपको बता दे, इस वर्ष पूर्वी उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने का मामला सामने आ रहा है। साथ ही हर गांव में रेन गेज़ लगाए जाने की कार्रवाई में भारत सरकार भी सहयोग कर रही है, इस कार्य को तेजी के साथ पूरा किया जाए।