रोहिंग्या और टेरर फंडिंग केस में बुधवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, इस मामले में आज एटीएस ने कई जिलों को अपने निशाने पर लिया है। यूपी एटीएस ने कई जिलों में छापेमारी तो की ही है, इसके अलावा महाराष्ट्र एटीएस की मदद से महाराष्ट्र में भी छापेमारी की है। हालांकि, इस छापेमारी के विषय में कोई काधिकारिक जानकारी प्राप्त नही हो सकी है।
यूपी एटीएस ने की सख्त कार्रवाई
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, रोहिंग्या और टेरर फंडिंग केस में कार्रवाई करते हुए बुधवार गोरखपुर, खलीलाबाद, अलीगढ़ बस्ती समेत कुल 5 जिलों में यूपी एटीएस ने छापेमारी कर रही है। इस दौरान टीम ने खलीलाबाद के मोतीनगर में रहने वाले अब्दुल मन्नान और दिनेश गुप्ता को गिरफ्तार भी किया है। दोनों की गिरफ्तारी फर्जी पासपोर्ट मामले में की गई है।
इसके अलावा संतकबीरनगर से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि रोहिंग्या के लोगों के लिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनाए जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि खलीलाबाद से पहले यूपी एटीएस की टीम ने गोरखपुर जिले के गोलघर में स्थित बलदेव प्लाजा में नईम एंड संस पर छापा मारा। इसके पहले एटीएस ने वर्ष 2018 में यहां छापेमारी की थी। हालांकि यह अभी साफ़ नहीं हो पाया है कि इस बार एटीएस ने यहां छापा मारा है या नहीं।
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आपको बता दें कि एटीएस ने 2018 में नईम एंड संस पर छापा मारा था। इस दौरान देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद को हिरासत में ले लिया गया था। इस दौरान 50 लाख रुपये कैश भी बरामद किए गए थे। पहले सभी लोग इसे आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे, लेकिन बाद में एटीएस के छापेमारी की पुष्टि हुई थी।