भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा मोदी सरकार लगाए गए आरोपों पर अब केंद्रीय मंत्री ने तगड़ा पलटवार किया है। दरअसल, केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने चिदंबरम के बयानों की धज्जियां उड़ाते हुए तगड़ा वार किया है। उन्होंने कहा कि लचीली भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बुनियादी आधारों पर सकारात्मक रहेगी और नेतृत्वहीन कांग्रेस आर्थिक आंकड़ों की हेराफेरी से सनसनी फैलाना चाहती है।
केंद्रीय मंत्री ने चिदंबरम से पूछे सवाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली है और आने वाले समय में लगातार सुधारों के आधार पर पलटाव करेगी। वैश्विक आपदा के दौर में यह समय कठिन जरूर है मगर भारतीय अर्थव्यवस्था अब भी काफी मजबूत बनी हुई है। मुझे आश्चर्य नहीं कि क्यों पूर्व वित्त मंत्री ने कठिन आंकड़ों को नजरअंदाज करना चुना और इसके बजाय वो ‘व्हाटअबाउटरी’ के साथ आगे बढ़े क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व ने हमेशा इस अनजान दृष्टिकोण को अपनाते हुए इसे अपना हथियार बनाया है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूर्व वित्त मंत्री से सवाल किया और पूछा कि क्या भारतीय अर्थव्यवस्था अलग-थलग द्वीप है और क्या इस महामारी में विश्व की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को जीडीपी संकुचन का सामना नहीं करना पड़ा? इसके अलावा उन्होंने कहा कि ‘फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूके में क्रमश: 8.2%, 4.9%, 8.9% और 9.9% की गिरावट आई है।
उन्होंने आगे एनडीए और यूपीए कार्यकाल की तुलना की और दावा किया कि सरकार ने यूपीए कार्यकाल 2009-14 के दौरान गेहूं और चावल की खरीद पर 8 लाख करोड़ रुपये बनाम 3.74 लाख करोड़ रुपये का वितरण किया। साथ ही, मोदी सरकार ने 2009-14 में यूपीए के कार्यकाल के दौरान खरीदी गई दाल की तुलना में एमएसपी पर 74 गुना अधिक दाल खरीदी। उन्होंने आगे कांग्रेस पर कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों को ‘गुमराह’ करने का आरोप लगाया।
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इसके अलावा, ठाकुर ने चिदंबरम से पूछा कि क्या आपको यूपीए के दौरान मनरेगा को आवंटन याद है? एनडीए सरकार ने पिछले साल कोरोना अवधि के दौरान आवंटन को 61500 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर दिया।