बिजली के बिल को लेकर उपभोक्ताओं को जल्द ही एक बड़ा झटका लगने जा रहा है। सरकार बिजली के बिलों में बढ़ोत्तरी करने का विचार कर रही है और जल्द ही बिजली के बिल महंगे हो जाएगा। प्रति यूनिट बिजली बिल में 60 से 70 पैसे का ही इजाफा होगा। बिजली बिल के रेट बढ़ाने को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने इशारा करते हुए कहा कि बिजली की कमी से बचने के लिए विदेशी कोयला मंगाया जाएगा।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि ब्लैकआउट से बचने के लिए पावर प्लांट्स को कहा गया है कि वे 10 प्रतिशत इंपोर्टेड कोयले का मिश्रण करें। इससे बिजली शुल्क में 60-70 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा होगा। आर के सिंह ने कहा कि बिजली की कमी से बचने के लिए ऐसा करना होगा, क्योंकि घरेलू कोयले की सप्लाई बिजली कंपनियों की मांग को पूरा नहीं कर पा रही है।
बिजली मंत्री ने कहा कि बिजली की खपत में लगभग 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और पिछले एक साल में अधिकतम मांग में भी 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। लिहाजा उन्होंने कहा कि हमने पावर प्लांट्स को ब्लैकआउट से बचने के लिए 10 फीसदी इंपोर्टेड कोयले को मिश्रित करने के लिए कहा है क्योंकि घरेलू कोयला उत्पादन पर्याप्त नहीं है।
आर के सिंह ने कहा कि आयातित कोयले की कीमत 17-18 हजार रुपये प्रति टन है जबकि घरेलू कोयले की कीमत करीब 2000 रुपये प्रति टन है। इस कारण बिजली शुल्क में लगभग 60-70 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि होगी।