लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को पार्टी के सहयोगी अपना दल (के), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेताओं के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की. हालांकि इस बैठक में अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) बैठक में मौजूद नहीं थे और यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह ‘नाखुश’ हैं, क्योंकि उन्हें पिछले सप्ताह सपा विधायकों की बैठक में नहीं बुलाया गया था.
शिवपाल यादव ने अमित शाह से मांगा था समय
शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) पिछले 2 दिनों से दिल्ली में थे और इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के लिए समय मांगा था. इसके बाद से ही सियासी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि शिवपाल सिंह खुलेआम अखिलेश से नाराजगी जता चुके हैं. शिवपाल यादव, अब दिल्ली से इटावा पहुंच चुके हैं और आज देर रात तक लखनऊ पहुंचने की संभावना है.
शपथ के लिए विधान सभा भी नहीं पहुंचे शिवपाल
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधान सभा में 50 नवनिर्वाचित सदस्यों ने मंगलवार को शपथ ग्रहण की और सोमवार को शपथ लेने वाले विधायकों को मिलाकर यह संख्या 393 पहुंच गई है. हालांकि इन दोनों दिन शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) नहीं पहुंचे. बता दें कि अभी शिवपाल सिंह यादव के अलावा सीतापुर जेल में बंद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, भाजपा से गोरखपुर के कैंपियरगंज से निर्वाचित फतेह बहादुर सिंह समेत 10 विधायकों का शपथ ग्रहण नहीं हुआ है.
गठबंधन में मतभेद पर ओम प्रकाश राजभर ने कही ये बात
बैठक में उपस्थित लोगों में एसबीएसपी नेता ओम प्रकाश राजभर, रालोद नेता राजपाल बाल्यान और अपना दल (के) नेता पंकज निरंजन शामिल हुए. बैठक के बारे में पूछे जाने पर राजपाल बाल्यान ने कहा, ‘हमने सदन (विधान सभा) में अपनी भविष्य की रणनीति के बारे में चर्चा की. हम किसानों और मजदूरों के लिए संघर्ष करना जारी रखेंगे और उनके लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.’ शिवपाल की अनुपस्थिति को तवज्जो नहीं देते हुए एसबीएसपी नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनके गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है.
शिवपाल यादव ने कुछ भी कहने से किया इनकार
इटावा में जब पत्रकारों ने शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) से विवाद के मुद्दे पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ नहीं कहूंगा. अगर मेरे पास साझा करने के लिए कुछ है, तो मैं आपको (मीडिया) फोन करूंगा.’ बता दें कि शिवपाल यादव ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई थी, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए यूपी विधान सभा चुनाव में उन्होंने जसवंतनगर सीट से सपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था.
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शिवपाल ने लगाया विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाने का आरोप
इससे पहले शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक में नहीं बुलाने का आरोप लगाया था. शिवपाल यादव ने कहा था कि मुझे बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है, मैंने सपा के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. जसवंत नगर सीट से सपा विधायक शिवपाल ने कहा था कि मैंने हमेशा कहा है कि मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसके अनुसार काम करूंगा लेकिन मुझे विधायक दल की बैठक के लिए नहीं बुलाया गया था, हालांकि मैं सपा का विधायक हूं.’ बता दें कि बैठक में अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से सपा के विधायक दल का नेता चुना गया था.