संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को पूरी दुनिया में मौत के तांडव का डर सता रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में गुटेरेस ने दावा किया कि अफगानिस्तान से लेकर लीबिया, सीरिया व यमन तक पांच करोड़ लोग मौत के मुहाने पर हैं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहल पर शहरी इलाकों में आम आदमी की सुरक्षा को लेकर आयोजित विशेष विमर्श में गुटेरेस ने कहा कि पूर दुनिया के शहरी इलाकों में संघर्ष से पांच करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। स्थितियां इस कदर खतरनाक हैं कि शहरी इलाकों के इन प्रभावित लोगों के मारे जाने या घायल होने का जोखिम बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र इस कदर खतरे के मुहाने पर हैं कि पहले तो लड़ाके भीड़ भाड़ वाले इलाकों में अधिकाधिक नुकसान करना चाहते है, फिर कई बार आम नागरिकों को लड़ाका या आतंकी समझकर उन पर हमला हो जाता है। आतंकी विस्फोटक हथियारों का प्रयोग करते हैं, जो आम लोगों के लिए शारीरिक व मनोवैज्ञानिक पीड़ा के साथ मृत्यु या आजीवन अपंगता का कारण भी बन जाते हैं।
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उन्होंने कहा कि नागरिकों को नुकसान का खतरा तब और बढ़ जाते है, जब आतंकी उनके बीच आकर हथियारों और उपकरणों को असैन्य संस्थानों के पास रख देते हैं। इसके लिए उन्होंने पिछले साल मई में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक विद्यालय के बाहर विस्फोट का उदाहरण दिया, जिसमें 90 बच्चों की मृत्यु हो गयी थी। शहरी क्षेत्रों में आतंकी घटनाओं का प्रभाव तात्कालिक स्थितियों से इतर लंबे समय तक रहता है।
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