महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात की। वैसे तो इस मुलाक़ात के दौरान मराठा आरक्षण सहित महाराष्ट्र से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। लेकिन इस बैठक के दौरान एक लम्हा ऐसा भी आया जिसकी वजह से सियासी गलियारों का माहौल भी गर्म कर दिया। हालांकि बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने इस पूरे वाकये को दूध की तरह साफ़ हो गया।
उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से की मांग
दरअसल, मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सूबे के कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण के साथ पीएम हाउस पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात की। करीब 11 बजे शुरू हुई इस बैठक में उद्धव ठाकरे और पीएम मोदी के बीच मराठा आरक्षण और मेट्रो कारशेड को लेकर केंद्र और राज्य के बीच जो तनाव है उसे लेकर पीएम के साथ बात हुई।
हालांकि, यह बैठक चल ही रही थी कि उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से अकेले में बातचीत करने के लिए अलग से 10 मिनट का वक्त मांगा। उनके द्वारा की गई इस मांग ने सियासी गलियारों का माहौल खासा गर्म कर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उद्धव ठाकरे की इस मांग को मान लिया और दोनों के बीच 10 मिनट तक अकेले में बातचीत हुई।
पीएम मोदी और उद्धव ठाकरे के बीच हुई इस 10 मिनट की गुप्त बातचीत के वैसे तो कई मायने निकाले जा रहे हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस मुलाक़ात को आम करार दिया है। उनका कहना है कि इसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं है। वो नवाज शरीफ से अकेले में बात नहीं करने गए बल्कि देश के पीएम से मिले थे। उधऱ, इस बैठक के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
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सूत्रों का कहना है कि उद्धव ने अकेले में मुलाकात कर बीजेपी के साथ रिश्ते बेहतर बनाने की कोशिश की है। दोनों नेताओं के बीच आखिरी बातचीत बीते मई महीने में हुई थी।