पीएम मोदी के ऐलान पर चिदंबरम ने पहले उठाई उंगली, फिर मानी अपनी गलती

बीते दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोरोना वैक्सीन को लेकर किये गए ऐलान को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने जमकर सवाल खड़े किये थे। हालांकि अब उन्हें अपने इन सवालों की वजह से अपनी गलती माननी पड़ी है। अपनी गलती मानते हुए पी चिदंबरम ने स्पष्टीकरण जारी किया है।  

चिदंबरम ने ट्वीट कर मानी अपनी गलती

दरअसल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीनेशन नीति में बदलाव की घोषणा की थी, जिसके बाद पी चिदंबरम ने दावा किया था कि किसी भी राज्य ने केंद्र से ये नहीं कहा कि उसे सीधे निर्माताओं से वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने अपनी गलतियों से सीखा है और कहा कि मोदी ने वैक्सीन की सीधे सप्लाई के लिए विपक्ष को दोषी ठहराया है, जबकि किसी राज्य सरकार ने सीधे वैक्सीन मिलने की मांग नहीं की थी।

चिदंबरम ने कहा था कि आइए जानते हैं कि किस मुख्यमंत्री, किस राज्य सरकार ने किस तारीख को मांग की कि उन्हें वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी जाए।

अब चिदंबरम को अपने इस बयान पर गलती माननी पड़ी है। उन्होंने खुद को गलत बताते हुए ट्वीट किया कि मैंने एएनआई से कहा कृपया हमें बताएं कि किस राज्य सरकार ने मांग की कि उसे सीधे वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए, इस पर उन्हें पश्चिम बंगाल की सीएम के पत्र की कॉपी जो पीएम को पोस्ट की गई थी मिल गई, जिसके चलते पी. चिदंबरम ने कहा ‘मैं गलत था।

यह भी पढ़ें: महात्मा गांधी की परपोती को हुई सात साल की सजा, अदालत ने अपील करने की भी नहीं दी इजाजत

मंगलवार को ट्विटर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि उन्हें पता चला है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया था कि वो अपने राज्य के लिए सीधे वैक्सीन खरीदने की अनुमति चाहती हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को घोषणा की थी कि 21 जून से केंद्र 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी भारतीय नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन प्रदान करेगा।