नई दिल्ली। शिवसेना ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा से पहले संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ने भारत को विकासशील देश की सूची से बाहर कर भारत को संकट में डाल दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से कहा कि ट्रंप प्रशासन ने एक ‘गुगली’ फेंक दी है। भारत अब एक विकासशील देश नहीं बल्कि एक विकसित राष्ट्र है। यह भारत के लिए एक बड़ा संकट है। भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार स्वच्छता और गरीबी उन्मूलन जैसे मापदंडों पर विकसित देशों की स्थिति से बहुत दूर है।
शिवसेना ने आगे कहा कि भारत एक विकसित देश नहीं है और अब यह उन लाभों का अधिक फायदा नहीं उठा सकेगा, जो एक विकासशील राष्ट्र को मिलता है। हालांकि, हमारे प्रधानमंत्री इसे लेकर एक रास्ता खोज लेंगे और ट्रंप द्वारा भेजे गए करेले को मिठाई में बदल देंगे।
सामना में आगे कहा गया है कि भारत के वैश्विक व्यापार की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला यह कदम ऐसे समय में आया है, जब केंद्र सरकार और गुजरात प्रशासन डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा की व्यवस्था कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं।
अमेरिका ने भारत को विकासशील देशों की सूची से हटाया
24 और 25 फरवरी को ट्रंप की यात्रा से पहले, अमेरिका ने भारत को विकासशील देशों की सूची से हटा दिया। यूएसटीआर कार्यालय ने भारत को एक विकसित अर्थव्यवस्था के रूप में वर्गीकृत किया है, जो विकासशील देशों को वाशिंगटन से मिलने वाले लाभों के लिए अयोग्य बनाता है।
24 को भारत आएंगे डोनाल्ड ट्रंप
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ दो दिवसीय दौरे पर 24 को भारत आएंगे। इस दौरान वह गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में एक भव्य रोड शो में शामिल होंगे। वह साबरमती आश्रम का भी दौरा करेंगे। बाद में ट्रंप, पीएम मोदी के साथ मोटेरा में नवनिर्मित सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे और सभा को संबोधित करेंगे, जिसे केम छो ट्रंप नाम दिया गया है। यह इवेंट ‘हाउडी, मोदी!’ की तरह होगा, जो पिछले साल सितंबर में अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित हुआ था।