बीते 24 अगस्त को अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में भाजपा नेता पर लगे छेड़छाड़ के मामले ने अब और गंभीर रूप ले लिया है। दरअसल, पहले नाबालिग ने भाजपा नेता पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था लेकिन, पीड़िता की मां के आरोपों के बाद छेड़छाड़ का यह मामला दुष्कर्म के मामले के रूप में तब्दील हो गया। आरोपी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार में बंद है।
दरअसल, बीते 24 अगस्त को नाबालिग ने भाजपा के मंडल अध्यक्ष भगवत बोरा पर आरोप लगाया था कि जब वह जंगल में बकरी चराने गई थी, उस वक्त भाजपा नेता ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। नाबालिग के इस आरोप के बाद पुलिस ने मेडिकल कराकर बयान दर्ज कर लिया था।
नाबालिग के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पाक्सो 7/8 और बीएनएस की धारा 74 के तहत तक प्राथमिकी दर्ज की। इस मामले को लेकर लोगों में भी काफी रोष देखने को मिला था जिसके बाद बीते 31 अगस्त को पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार कर लिया था। इस गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने आरोपी को निष्कासित कर दिया।
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हालांकि नाबालिग की मां लगातार पुलिस पर ठीक से कार्रवाई न करने का आरोप लगाती रही। नाबालिग की मां का कहना था कि आरोपी ने मेरी बच्ची के साथ बलात्कार किया है जबकि पुलिस ने छेड़छाड़ की धारा लगाकर मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़िता की मां के आरोपों के दबाव में पुलिस ने एकबार फिर पीड़िता का मेडिकल कराया और बयान दर्ज किये हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता पर लगी धाराओं में बढ़ोत्तरी करते हुए पाक्सो 3/4 और बीएनएस की धारा 65/1 व 351/2 को भी बढ़ा दिया है। पुलिस का कहना है कि पूर्व में नाबालिग और उसके परिजनों में सिर्फ छेड़छाड़ होने की बात कही थी।